टोंक। ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुस्लिमीन (AIMIM) के पूर्व प्रदेश महासचिव और लीगल एडवाइजर काशिफ जुबैरी के खिलाफ एक महिला वकील ने गंभीर आरोप लगाए हैं. पीड़िता का कहना है कि आरोपी ने शादी का झांसा देकर उसके साथ कई बार दुष्कर्म किया, धर्म परिवर्तन करने को मजबूर किया और जान से मारने की धमकियां दीं. इस संबंध में टोंक कोतवाली थाने में जीरो नंबर की FIR दर्ज की गई है, जिसे आगे की कार्रवाई के लिए जयपुर भेजा जाएगा.

नशीली चाय देकर किया शोषण

महिला वकील ने बताया कि वह पिछले कुछ समय से टोंक में प्रैक्टिस कर रही थी और वैवाहिक जीवन में चल रहे विवाद के चलते अलग रह रही थी. इसी बीच काशिफ जुबैरी ने उससे नजदीकी बढ़ाई और करीब एक साल पहले जयपुर बुलाकर फ्लैट में ले गया. आरोप है कि वहीं उसने चाय में नशीला पदार्थ मिलाकर जबरन शारीरिक संबंध बनाए. इसके बाद आरोपी लगातार शादी का वादा करता रहा और धमकाकर शोषण करता रहा.

धर्म बदलने के लिए बनाया दबाव

पीड़िता का कहना है कि जुबैरी ने निकाह करने के नाम पर उससे धर्म बदलने की मांग की. उसने खाली कागज़ों पर हस्ताक्षर कराए, नाम बदलवाया और निजी तस्वीरें वायरल करने की धमकी देकर डराता रहा. इस दौरान वह गर्भवती भी हुई लेकिन गर्भपात हो गया.

परिवार से भी मिली धमकी

महिला ने 15 अगस्त को आरोपी के माता-पिता से शिकायत की, लेकिन उन्होंने भी उसे डराकर भगा दिया. पीड़िता का आरोप है कि जुबैरी ने उसकी चैट डिलीट कर दी और महत्वपूर्ण दस्तावेज अपने पास रख लिए. बीते मंगलवार को जब महिला ने आरोपी से बातचीत करने की कोशिश की तो उसे जान से मारने की धमकी दी गई.

पुलिस की कार्रवाई

टोंक कोतवाली प्रभारी भंवरलाल वैष्णव ने बताया कि महिला की शिकायत पर जीरो नंबर की FIR दर्ज की गई है. चूंकि घटनाएं जयपुर में हुई हैं, इसलिए केस को आगे की जांच के लिए जयपुर पुलिस को सौंपा जाएगा. फिलहाल मामले की प्रारंभिक जांच जारी है.