एआईएमआईएम प्रमुख असुदद्दीन ओवैसी ने ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम (जीएचएमसी) द्वारा 15 अगस्त पर बूचड़खानों और मांस की दुकानों को बंद करने के आदेश की कड़ी निंदा की है। ओवैसी ने एक्स पर एक पोस्ट में तर्क दिया कि इस तरह के प्रतिबंध निर्दयी और असंवैधानिक हैं। उन्होंने स्वतंत्रता दिवस के उत्सव को मांसाहार से जोड़ने के औचित्य पर सवाल उठाया। ओवैसी ने दावा किया है कि तेलंगाना की 99 प्रतिशत आबादी अपने आहार में मांस शामिल करती है।

अपने नेता की देखा देखी में अब उनकी पार्टी के नेता ने बिरयानी पार्टी रख दी। छत्रपति संभाजीनगर में एआईएमआईएम नेता इम्तियाज जलील ने शुक्रवार को अपने घर पर बिरयानी पार्टी का आयोजन किया। यह बिरयानी पार्टी उन्होंने नगर निगम के उस आदेश के खिलाफ रखी थी, जिसमें त्योहारों के चलते शहर में मांस की दुकानें बंद रखने को कहा गया था। जलील ने मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस पर भी निशाना साधा और पूछा कि उन्होंने नगर आयुक्त को यह आदेश वापस लेने के लिए निर्देश क्यों नहीं दिया।

इस साल स्वतंत्रता दिवस और भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का पर्व गोकुल अष्टमी एक ही दिन यानी शुक्रवार को मनाया जा रहा है। छत्रपति संभाजीनगर नगर निगम ने मंगलवार को एक आदेश जारी कर कहा था कि 15 और 20 अगस्त को शहर की सीमा में सभी मांस की दुकानें, बूचड़खाने और मांस बेचने वाले प्रतिष्ठान बंद रहेंगे।

इस आदेश के मुताबिक, 15 अगस्त को गोकुल अष्टमी और 20 अगस्त को ‘पर्यूषण पर्व’ के चलते मांस की बिक्री पर रोक रहेगी। पर्यूषण पर्व जैन समाज का एक प्रमुख त्योहार है, जिसमें उपवास और प्रार्थना की जाती है। एआईएमआईएम नेता और पूर्व सांसद इम्तियाज जलील ने इस फैसले का विरोध जताने के लिए अपने घर पर बिरयानी पार्टी रखी।

जलील ने मीडिया से बातचीत में कहा, मैंने चिकन बिरयानी के साथ एक शाकाहारी व्यंजन भी बनाया है। अगर नगर आयुक्त सिर्फ शाकाहारी खाना मांगेंगे तो मैं उन्हें वही परोस दूंगा, लेकिन सरकार को यह नहीं बताना चाहिए कि हमें क्या खाना चाहिए और क्या नहीं। उन्होंने कहा कि इस तरह की चीजें बंद होनी चाहिए। उन्होंने अफसोस जताया कि यह मांस पर रोक लगाने का फैसला स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लिया गया।

ओवैसी बोले-मौलिक अधिकार का हनन

ओवैसी ने कहा है कि उन्होंने आगे तर्क दिया कि ये मांस प्रतिबंध मौलिक अधिकारों का उल्लंघन करते हैं। यह मांस प्रतिबंध लोगों के स्वतंत्रता, निजता, आजीविका, संस्कृति, पोषण और धर्म के अधिकार का उल्लंघन करते हैं। ओवैसी ने ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम और दूसरे निकायों से फैसलों पर पुनर्विचार करने की अपील की है। उन्होंने कहा है कि मांस व्यापार पर निर्भर लोगों की आजीविका पर पड़ने वाले प्रभाव को उजागर किया है। ओवैसी ने देश में व्यक्तिगत स्वतंत्रता और सांस्कृतिक विविधता को बनाए रखने की आवश्यकता पर बल दिया है। हैदराबाद में कई वर्गों द्वारा नगर निगम के आदेश की आलोचना हो रही है। ग्रेटर हैदराबाद नगर निगम में केसीआर की अगुवाई वाली टीआरएस सत्ता पर काबिज है। चुनावों के बाद उसे एआईएमआईएम ने बाहर से समर्थन दिया था। बीजेपी विपक्ष की भूमिका में है।

विपक्षी दलों ने इस फैसले की आलोचना की है। जबकि भाजपा का कहना है कि स्वतंत्रता दिवस पर बूचड़खाने बंद करने की परंपरा 1988 से चली आ रही है, जब शरद पवार मुख्यमंत्री थे। उन्होंने पूछा कि क्या अब विपक्ष शरद पवार से भी इस पर सवाल करेगा? मुख्यमंत्री फडणवीस ने बुधवार को कहा कि राज्य सरकार लोगों के खाने की पसंद पर रोक लगाने में रुचि नहीं रखती और मांस बिक्री पर रोक के मामले को ‘अनावश्यक विवाद’ बताया।

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