कुंदन कुमार, पटना। बिहार चुनाव से पहले बीजेपी को एक बड़ा झटका लगा है. पार्टी के पूर्व सांसद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह जन सुराज में शामिल हो गए हैं. दरअसल आज सोमवार (19 मई) को जनसुराज पार्टी के कार्यालय में प्रेस कांफ्रेंस का आयोजन किया गया. इस दौरान आज बीजेपी के पूर्व सांसद उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह ने जनसुराज पार्टी का हाथ थामा.

पार्टी में शामिल होते ही मिली राष्ट्रीय अध्यक्ष की जिम्मेदारी

जनसुराज में शामिल होते ही पार्टी के सूत्रधार प्रशांत किशोर ने उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह को एक बड़ी जिम्मेदारी भी सौंपी है. प्रशांत किशोर ने घोषणा की है कि जनसुराज पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष उदय सिंह उर्फ पप्पू सिंह ही होंगे.  उन्होंने बताया कि, उदय सिंह को कोर कमेटी के सदस्यों ने सर्वसम्मति से राष्ट्रीय अध्यक्ष के रूप में चुना है. कार्यक्रम में पूर्व केंद्रीय मंत्री आरसीपी सिंह भी शामिल थे.

जनसुराज अभी एक पौधा है- पप्पू सिंह

जनसुराज पार्टी में राष्ट्रीय अध्यक्ष के पद भार ग्रहण करते हुए पप्पू सिंह ने कहा कि, जनसुरज अभी एक पौधा है और इस पौधे को सींचना है. निश्चित तौर पर हमें जो जिम्मेदारी मिली है, उसका हम निर्वहन करेंगे और इस पार्टी को आगे बढ़ाने का काम करेंगे. संगठन को मजबूत करने का काम करेंगे, जिस विचारधारा को लेकर यह पार्टी आगे बढ़ रही है. उसे और आगे पर बढ़ाएंगे.

उन्होंने कहा कि, ज्यादा ज्यादा लोगों को इस पार्टी से जोड़ेंगे. क्योंकि हम जानते हैं कि बिहार में जो वर्तमान सरकार है सिर्फ दिखावा कर रही है. जनता को कुछ नहीं मिल रहा है, जिस उद्देश्य से यह पार्टी बनाई गई है. उस उद्देश्य का पूर्ति करना ही हमारा कर्तव्य रहेगा.

पूर्णिया से दो बार के बीजेपी के सांसद थे उदय सिंह

पप्पू सिंह, जिन्हें उदय सिंह के नाम से भी जाना जाता है, पूर्णिया लोकसभा सीट से दो बार बीजेपी के सांसद रह चुके हैं. 2019 में, जब जेडीयू और बीजेपी का गठबंधन हुआ और पूर्णिया सीट जेडीयू को मिली, तब पप्पू सिंह ने कांग्रेस के टिकट पर लोकसभा चुनाव लड़ा था. हालांकि उन्हें हार का सामना करना पड़ा था. बाद में उन्होंने कांग्रेस को भी छोड़ दिया था.

प्रभावशाली ब्यूरोक्रेट परिवार से आते हैं पप्पू सिंह

कांग्रेस छोड़ने के बाद पप्पू सिंह कुछ समय से जन सुराज पार्टी के साथ सक्रिय हैं. पप्पू सिंह जन सुराज पदयात्रा के दौरान प्रशांत किशोर के संपर्क में आए और तब से पार्टी को समर्थन दे रहे हैं. बता दें कि पप्पू सिंह एक प्रभावशाली ब्यूरोक्रेट और राजनीतिक परिवार से ताल्लुक रखते हैं. उनके पिता टीपी सिंह आजादी से पहले आईसीएस (वर्तमान IAS) अधिकारी थे. उनकी मां माधुरी सिंह पूर्णिया से दो बार सांसद रह चुकी थीं. उनके भाई एनके सिंह जेडीयू से राज्यसभा सांसद रहे और अब बीजेपी के साथ हैं. उनकी बहन श्यामा सिंह के पति निखिल कुमार, जो पूर्व मुख्यमंत्री सत्येंद्र नारायण सिन्हा के बेटे हैं, औरंगाबाद से कांग्रेस सांसद रह चुके हैं.

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