रायपुर. छत्तीसगढ़ के पूर्व प्रदेश उपाध्यक्ष सच्चिदानंद उपासने को आज सुबह उनके बड़े भाई जगदीश उपासने ने थप्पड़ जड़ दिया. इतना ही नहीं, उन्होंने अपने छोटे भाई पर अपने ही घर में डाका डालने का आरोप लगाया है. उन्होंने अपने सोशल मीडिया पर इस घटना का वीडियो जारी कर सच्चिदानंद उपासने के अलावा अन्य लोगों पर राज्य की साय सरकार की लोक-कल्याणकारी कार्यों और भ्रष्टाचार के विरुद्ध उनकी मुहिम को पलीता लगाने के गंभीर आरोप भी लगाए हैं.
उन्होंने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म फेसबुक पर पोस्ट कर लिखा- यह छत्तीसगढ़ है! सत्तारूढ़ भाजपा के दो स्थानीय नेता आज 20 अक्टूबर सुबह 10.30 बजे भाजपा और उसके पूर्वाश्रम जनसंघ की वरिष्ठ नेत्री, रायपुर नगर की पूर्व विधायक 92 वर्षीय रजनी ताई उपासने के घर-आफिस के ताले तोड़कर किस तरह उनके घर में दिन-दहाडे डकैती डाल रहे हैं!! इनमें एक नेता, आलोक श्रीवास्तव भाजपा के किसी प्रकोष्ठ का उपाध्यक्ष है तो दूसरा, पार्टी की सब मदद के बावजूद दो-दो चुनाव हार चुका है और अब जैसा कि पार्टी के जानकार बताते हैं, सरकारी जमीनों पर कब्जा करने वाले कुख्यात “बिहारी गैंग” का मुखौटा है. दलाल और आपराधिक प्रवृत्ति के ऐसे अनेक लोग Vishnu Deo Sai सरकार के लोक-कल्याणकारी कार्यों और भ्रष्टाचार के विरुद्ध उनकी मुहिम को पलीता लगा रहे हैं. ताले तोड़ने के लिए कारीगर लाने वाला काला कुर्ता पहना व्यक्ति भी भाजपा के इन्हीं दुष्टों का संगी-साथी लगता है. इन सबको कानून का कोई डर नहीं क्योंकि छत्तीसगढ़ में कानून का राज सिर्फ बस्तर के नक्सल-पीडित क्षेत्र में केंद्र सरकार की मदद से कायम है!
भाजपा के नेता ही सुरक्षित नहीं हैं : दीपक बैज
इस मामले में प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष दीपक बैज ने भी बयान दिया है. सच्चिदानंद उपासने भाजपा के लिए वरिष्ठ नेता हैं. अगर भाजपा के नेता सुरक्षित नहीं हैं, उसमें भी कांग्रेसियों का नाम ढूंढ रहे हैं, तो इससे बड़ा दुर्भाग्य क्या हो सकता है. उन्होंने कहा- इसलिए हम बोल रहे हैं कि प्रदेश में कानून का राज खत्म हो गया है. अपराधियों का भय चल रहा है. यहां भी कांग्रेस को ढूंढने के अलावा उनके पास कुछ भी नहीं है. इसलिए मैं समझता हूं कि पूरी तरीके से इस मामले में सरकार को संज्ञान लेना चाहिए. उन्होंने आगे कहा कि हमला, मारपीट, भारतीय जनता पार्टी के उनके नेता पर हुआ है. इस मसले पर सरकार को गंभीरता से जांच करानी चाहिए.
यह मेरे घर का मामला है : सच्चिदानंद उपासने
लल्लूराम डॉट कॉम से बातचीत करते हुए सच्चिदानंद उपासने ने कहा कि यह मेरे परिवार का मामला है, इसे राजनीतिक और सार्वजनिक करने की कोशिश ना की जाए. यह मेरे घर का मामला है.
इसके अलावा जब लल्लूराम की टीम ने जगदीश उपासने से बात करने की कोशिश की तो उन्होंने भी कैमरे के सामने आने से मना कर दिया है. उन्होंने कहा कि मैं वरिष्ठ पत्रकार हूं. मैने जो पोस्ट किया है, वो ही सही है.
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