रायपुर. जूदेव राजपरिवार का गढ़ माने जाने वाले जांजगीर-चांपा जिले के चंद्रपुर विधानसभा सीट पर दिलीप सिंह जूदेव के बेटे युद्धवीर सिंह जूदेव को बीते विधानसभा चुनाव में कड़ी टक्कर देने वाले बसपा प्रत्याशी रामकुमार यादव कांग्रेस पार्टी में शामिल हो गए हैं. यह सबकुछ ऐसे वक्त पर हुआ है, जब बसपा सुप्रीमो मायावती विधानसभा चुनाव के लिए अजित जोगी की जनता कांग्रेस के साथ गठजोड़ करने के बाद पहली बार चुनाव प्रचार करने छत्तीसगढ़ पहुंची हैं.
बीते विधानसभा चुनाव में जब छत्तीसगढ़ में बहुजन समाज पार्टी दो सीटों, पामगढ़ और तानाखार से सिमटकर महज एक सीट जैजेपुर पर सिमट गई थी, तब रामकुमार यादव ने बतौर बसपा प्रत्याशी दिलीप सिंह जूदेव के बेटे युद्धवीर सिंह जूदेव को उनके गढ़ चंद्रपुर विधानसभा सीट पर कड़ी टक्कर देते हुए दूसरा स्थान हासिल किया था. इसके बाद रामकुमार यादव ने अपनी दिशा बदलते हुए छत्तीसगढ़ एकता मंच का गठन कर चुनाव के लिए अपनी जमीन तैयार कर रहे थे.
कभी कांशीराम ने की थी क्षेत्र से दावेदारी
जांजगीर-चांपा क्षेत्र में बसपा भले ही जीत हासिल नहीं कर पाई हो, लेकिन जनता के बीच पार्टी की अच्छी-खासी पकड़ है. यही वजह है कि बसपा के संस्थापक कांशीराम ने वर्ष 1984 में अपने राजनीतिक सफर की शुरुआत इसी संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़कर शुरू की थी. विधानसभा चुनाव में बसपा के प्रत्याशी भाजपा के अलावा कांग्रेस को कड़ी टक्कर देते रहे हैं.
बसपा की पकड़ कांग्रेस के लिए रोड़ा
जांजगीर जिले के चंद्रपुर विधानसभा सीट पर पिछले पांच चुनाव में तीन बार बीजेपी, एक बार कांग्रेस और एक बार एनसीपी जीत हासिल करने में कामयाब रही है. युद्धवीर सिंह जूदेव बीजेपी से लगातार दूसरी बार जीतकर विधायक बने हैं. माना जाता है कि इस सीट पर कांग्रेस की जीत में केवल बसपा एक रोड़ा बनकर सामने आ रही थी. बीते चुनाव में भजपा के युद्धवीर सिंह जूदेव को 51295 वोट मिले थे. वहीं बसपा के प्रत्याशी रहे राम कुमार यादव को 45078 वोट मिले थे.