रायपुर- कृषि कानून पर सुप्रीम कोर्ट की अंतरिम रोक पर बीजेपी के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री डाॅ.रमन सिंह ने कहा है कि, मैं इस बात से आशान्वित हूं कि कोर्ट के इस फैसले के बाद सकारात्मक रास्ता निकल सकेगा. कोर्ट के बाहर यदि समाधान निकल जाए, तो यह अच्छी बात होगी. उन्होंने कहा कि केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पहले ही कहा है कि जो सुप्रीम कोर्ट का फैसला आएगा, हम उसका क्रियान्वयन करेंगे. अब जब फैसला आया है, तो उसका क्रियान्वनय केंद्र सरकार करेगी. यह फिलहाल स्पष्ट हो गया है कि कोर्ट के आदेश के बाद कृषि कानून पर फिलहाल अंतरिम रोक लगाई गई है. सुप्रीम कोर्ट ने जिस चार सदस्यीय कमेटी का गठन किया है, यह कमेटी संबंधित सभी पक्षों से बातचीत कर निराकरण निकालेगी.

डाॅक्टर रमन सिंह ने कहा कि स्टे का मतलब है कि फिलहाल कानून के क्रियान्वयन की कार्यवाही अंतिम फैसला आने तक रोक दिया जाए. सुप्रीम कोर्ट ने यह जो वक्त दिया है, इस में सरकार और किसान संगठनों को अपनी-अपनी बातें रखने और समझाने का मौका मिलेगा. कमेटी की जवाबदारी होगी कि दोनों पक्षों से बात करें और एक आम सहमति पर पहुंचे.

इससे पहले दिल्ली में आंदोलनरत किसानों को खालिस्तानी बताने वाले बयानों पर पूर्व मुख्यमंत्री डाॅक्टर रमन सिंह ने कहा है कि किसान, किसान होता है. इसे खालिस्तानी या कुछ और कहने बोलने की जरूरत नहीं है. आंदोलनरत लोग भी किसान हैं. इन्हें कुछ कहा जाए इसे मैं उचित नहीं मानता. केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने यह कभी नहीं कहा, किसी भी केंद्रीय नेतृत्व ने ऐसा कभी नहीं कहा. अलग-अलग लोगों के दिए गए बयानों को राष्ट्रीय नेताओं से जोड़ना ठीक नहीं.