रायपुर- छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने भूपेश सरकार पर किसानों को दिग्भ्रमित करने का आरोप लगाया है. उन्होंने कहा है कि सरकार बनाने के लिए कांग्रेस अपने जनघोषणा पत्र के जरिए जितना झूठ बोल सकती थी, किसानों को जितना दिग्भ्रमित कर सकती थी, उतना कांग्रेस ने किया है. तब मुख्यमंत्री प्रदेश अध्यक्ष थे और सिंहदेव नेता प्रतिपक्ष. कांग्रेस ने हाथों में गंगा जल लेकर कसम खाया था. जो वादे किए गए थे, ये मैंने तो नहीं किया था, उन्होंने ही कहा था. अब घोषणापत्र को पूरा करने केंद्र सरकार से आग्रह करने की बात करते हैं.
डाक्टर रमन सिंह ने कहा कि यदि अपने वादों को सरकार पूरा नहीं कर पा रही है, तो एक बार जनता के सामने हाथ जोड़कर कसम खा ले, अब गंगाजल को वापस उल्टा रख ले हाथ में और कहे कि हमने गंगा जल की झूठी कसम खाई थी, अब हम अपने कसम को वापस लेते हैं. इतना ही कह दें. किसान सम्मान निधि की राशि छह हजार रूपए से बढ़ाकर 12 हजार रूपए कराए जाने की कांग्रेस की मांग पर उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने पहले ही यह राशि तय की हुई है. केंद्र ने पहले से कहा है कि किसानों को 2-2 हजार रूपए तीन बार दिए जाएंगे. कुल छह हजार रूपए की सम्मान निधि दी जाएगी. इस योजना के लिए केंद्र ने 1 लाख 76 हजार करोड़ रूपए की राशि किसानों को दी है. इससे किसान लाभान्वित हो रहे हैं.
कांग्रेस ने आज प्रेस कांफ्रेंस कर कहा था कि बीजेपी इस कोरोना काल में मोदी सरकार से स्पेशल पैकेज समेत किसानों को 2 साल का बोनस राशि दिलाये. बकाया बोनस का वादा डॉ रमन सिंह ने चुनाव से पहले किया था कि किसानों के 2 वर्ष के बकाया बोनस की राशि चुकाई जाएगी. बीजेपी ने दो साल बोनस का भुगतान नहीं किया, इसके लिए रमन सिंह जिम्मेदार हैं.