रायपुर– छत्तीसगढ़ कांग्रेस कमेटी के प्रवक्ता विकास तिवारी ने पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह द्वारा एसआईटी अवैधानिक बताने पर पलटवार किया है. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री रमन सिंह की ओर से सभी ऐसा एसआईटी के गठन को हाईकोर्ट में चुनौती दी गई है. किसी भी प्रकरण में उन्हें कोई भी राहत नहीं मिली है.

न्यायालय में लंबित प्रकरणों पर सार्वजनिक टिप्पणी करना न्यायालय की अवमानना की श्रेणी में आता है. विशेषकर तब जब भारतीय जनता पार्टी के पूर्व अध्यक्ष एवं नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक की जनहित याचिका लम्बित हो. डॉ रमन सिंह का यह बयान यह दर्शाता है कि भाजपा अपने आप को माननीय न्यायालय से ऊपर समझती है.

प्रवक्ता विकास तिवारी ने कहा कि एसआईटी का गठन पूर्ण वैधानिक तरीक़े से हुआ है. एसआईटी का गठन डीजी, एसीबी की रिपोर्ट एवं प्रमुख सचिव, विधि विभाग एवं जीएडी के अभिमत के आधार पर हुआ है . इससे साफ होता है कि पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह जी को राहत नहीं मिलने के कारण वह बौखलाहट में बयान जारी कर रहे हैं. उन्हें जानकारी हो चुकी है कि उनके साथ अब उनकी पार्टी का कोई भी कार्यकर्ता साथ नहीं खड़ा है. उनके कार्यकाल के समय के हुए घोटाले सामने आने पर उनकी यह प्रतिक्रिया अपेक्षित ही है. प्रदेश की जनता के मंशा के अनुरूप सभी घोटालों के दोषी को सजा मिलना निश्चित है.