रायपुर। पूर्व सीएम अजीत जोगी के ब्रेन को एक्टिव करने के लिए डॉक्टर ऑडियो थेरेपी का सहारा ले रहे हैं. अजीत जोगी के कान में हेडफोन लगाकर उनका पसंदीदा गाना सुनाया जा रहा है. नेचुरल प्रक्रिया के तहत उनके मस्तिष्क को जागाने की कोशिश की जा रही है, लेकिन उनकी हालत अभी भी चिंताजनक बनी हुई है.
श्री नारायणा हॉस्पिटल से जारी मेडिकल बुलेटिन के अनुसार अजीत जोगी की स्थिति पहले जैसे ही बनी हुई है. उनका हृदय, ब्लड प्रेशर और यूरिन आउटपुट नियंत्रित है. उन्हें वेंटीलेटर के माध्यम से सांस दी जा रही है. जोगी की न्यूरोलॉजिकल (मष्तिष्क) की गतिविधियां लगभग नहीं के बराबर है. मेडिकल प्रोटोकॉल्स के तहत उपचार जारी है और डॉक्टर उनके दिमाग को क्रियाशील (एक्टिवेट) करने का पूरा प्रयास किया जा रहा है.
डॉक्टरों का कहना है कि सोमवार से उन्हें ऑडियो थेरेपी भी दी जा रही है. जिसके तहत उनके पसंदीदा गानों को ईयरफोन के माध्यम से उनके कान में लगा कर सनाया जा रहा है. जिसमें पता लेजा गाड़ी वाला, मोर संग चलो रे, अरपा पैरी के धार, रोंगो बती रे रोंगों बती, पर्वतों से आज मैं टकरा गया जैसे गाना शामिल है. इससे यह कोशिश की जा रही है कि नेचरल प्रक्रिया के तहत उनके मस्तिष्क को जागृत किया जाए, लेकिन अभी तक इसमें सफलता नहीं मिली है. आज अंतरराष्ट्रीय नर्सेज दिवस पर श्री नारायणा हॉस्पिटल के समस्त नर्सिंग स्टाफ भगवान से अजीत जोगी के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना की है. जोगी की स्थिति लगातार चिंताजनक बनी हुई है.
बता दें कि छत्तीसगढ़ के पहले मुख्यमंत्री अजीत जोगी को हार्ट अटैक आने के बाद 9 मई को देवेंद्र नगर स्थित श्री नारायणा अस्पताल में भर्ती कराया गया है. जिस समय उन्हें हार्ट अटैक आया, तब वो गंगा इमली खा रहे थे. जैसे ही उन्हें अटैक आया और उनकी सांस रूक गई. लेकिन वैसे ही उन्हें कृत्रिम सांस दी गई थी.