रायपुर. पूर्व सीएम और भाजपा के राष्ट्रीय उपाध्यक्ष रमन सिंह दिल्ली दौरे से लौट आए हैं. उन्होंने बताया कि दिल्ली यात्रा के दौरान प्रधानमत्री नरेन्द्र मोदी, केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात हुई. इस दौरान उन्होंने छत्तीसगढ़ की राजनीतिक परिस्थितियों की जानकारी दी. साथ ही चार राज्यों में जीत के लिए उनको बधाई भी दी. इसके अलावा उन्हें केंद्र सरकार की योजनाएं जिसका असर गांव गरीब और किसान तक हो रहा है उसकी भी जानकारी दी है.

कांग्रेस की ओर से झीरम घाटी नक्सल कांड को लेकर लगाए जा रहे आरोप पर उन्होंने कहा कि भारतीय जनता पार्टी क्यों रोकेगी ? झीरम खुली किताब है. घटना के बारे में कांग्रेस के लोग हमसे ज्यादा जानते हैं. वहीं नवा रायपुर में चल रहे किसान आंदोलन को लेकर कहा कि ये सरकार की दोहरी नीति है. किसानों के हितैषी सरकार बनती है लेकिन जहां किसान आंदोलन होता है उसे कुचलने के लिए बड़े से बड़े कदम उठाती है.

इसे भी पढ़ें : अंतर्राष्ट्रीय श्रमिक दिवस के अवसर पर सीएम भूपेश बघेल करेंगे ’मुख्यमंत्री मितान योजना’ का शुभारंभ, मिलेंगी अनेक नागरिक सेवाएं…

गर्मी में थोड़ी क्राइसिस होती है – रमन

कोयला संकट पर उन्होंने कहा कि पावर का डिमांड अप्रैल और मई आते-आते 20 परसेंट बढ़ जाता है. अभी भी 12 से 13 प्रतिशत पावर की डिमांड बढ़ी है. जैसे-जैसे गर्मी आती है तो एसी, कुलर चलते हैं. जिसके चलते बिजली की डिमांड बढ़ती है. डिमांड के अनुसार प्रोडक्शन बढ़ाना चाहिए. लेकिन ये मैं कह सकता हूं कि हर साल गर्मी के समय थोड़ा क्राइसिस होता है. वहीं केंद्र सरकार की नीतियों को जिम्मेदार बताने पर रमन ने राज्य सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि भूपेश जी का एक ही धंधा है. यदि कोई गड़बड़ होती है तो केंद्र के ऊपर सब डाल देते हैं.

बोरे बासी को लेकर बोले अच्छी बात है…

मजदूर दिवस पर सरकार की ओर से बासी के भोजन आयोजन पर रमन ने कहा कि अच्छी बात है. गर्मी में लोग इसका सेवन करते हैं, करना चाहिए.