रायपुर। छत्तीसगढ़ में धान खरीदी का मुद्दा गरमाने लगा है. हाथियों के लिए धान खरीदने पर पूर्व सीएम डॉ. रमन सिंह ने सरकार पर कटाक्ष किया है. उन्होंने कहा कि यह राज्य सरकार की अद्भुत योजना है. सड़ा हुआ धान 2 हजार क्विंटल धान खरीदा जाएगा. नीलामी में 14 सौ रुपए तक बेच रहे थे. अब क्या मंत्री और अधिकारी धान लेकर जंगल में घूमेंगे ? क्या हाथियों को बुला-बुलाकर धान खिलाएंगे ? यह पूरी तरह से नाकामी छुपाने का काम है.

कैग की रिपोर्ट के रमन सिंह ने भूपेश सरकार पर आरोप लगाया है. उन्होंने कहा कि राज्य में पूंजीगत व्यय और राजस्व व्यय का संतुलन बिगड़ा है. 10.4 प्रतिशत राशि ही विकास के लिए जा रही है. सड़क, पुल, भवन के निर्माण कार्य अधूरे पड़े है.

बेहिसाब कर्ज ले चुकी है सरकार

राज्य में विकास कार्य ठप है. कर्जा पर कर्ज लेने को लेकर रमन सिंह ने कहा कि जब भाजपा की सरकार थी, तो 15 साल में 36 हजार करोड़ का कर्ज था, लेकिन भूपेश सरकार में ढाई साल में ही प्रति वर्ष 16 हजार 500 करोड़ के हिसाब कर्ज ले चुकी है.

वादों से मुकरी भूपेश सरकार

रमन सिंह ने कहा कि शराबबंदी के वादे से भूपेश सरकार मुकर गई. बिजली बिल हाफ का वादा भी धोखा. बिल की जगह बिजली ही हाफ कर दी गई. बिजली बिल में उपभोक्ताओ को झटका दिया. 400 यूनिट में 180 रुपये तक अतितिक्त भार लगेगा. जनता के साथ विश्वासघात है. अब जनता को बिजली दोगुनी दर पर मिलेगी. भाजपा शासन में सरप्लस स्टेट बी कैटेगरी थी. आज सी कैटगरी में पहुँच गई.

पीएम मोदी का जताया आभार

आरक्षण मामले में रमन सिंह ने पीएम नरेंद्र मोदी का आभार जताया है. उन्होंने कहा कि मेडिकल चिकित्सा में 27 फीसदी ओबीसी आरक्षण दिया गया है. गरीबों के लिए राशन उपलब्ध कराने पर भी अभार जताया है.

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