रायपुर- संसदीय सचिवों की नियुक्ति के मामले में बीजेपी का भूपेश सरकार पर हमला लगातार जारी है. पूर्व मुख्यमंत्री डाक्टर रमन सिंह ने कहा है कि जिन-जिन मुद्दों को लेकर विपक्ष में रहते हुए कांग्रेस ने तत्कालीन बीजेपी सरकार के खिलाफ सदन से लेकर सड़क तक और सड़क से लेकर कोर्ट तक लड़ाई लड़ी, आज उन्हीं मुद्दों पर फैसले लिए जा रहे हैं. संसदीय सचिवों की नियुक्ति के विरोध में कांग्रेस कोर्ट तक गई थी. आज यह साबित हो गया है कि कांग्रेस का तब का विरोध महज राजनीतिक कारणों से था. इसे जनता पहचान गई है.
निगम-मंडल और आयोगों में होने वाली नियुक्तियों पर रमन सिंह ने कहा कि राजस्थान और मध्यप्रदेश की हालत को देखकर इन्हें 18 महीनों बाद विधायकों की चिंता हो रही है. यह पहले ही कर लेना था. पद तो थे ही. जितने पद थे, नियुक्ति हो ही सकती थी. जानबूझकर इसमें देरी की गई. लेकिन ठीक है, जो योग्य विधायक हैं, उन्हें बनाने में दिक्कत नहीं है.
वहीं राज्य में सभी तरह की भर्तियों में रोक पर रमन ने कहा कि शिक्षकों की नियुक्ति ही नहीं, सभी पदों पर नियुक्ति रोक दी गई है. पीएससी में कुछ हो नहीं रहा, व्यापम में पद नहीं निकल रहे. शिक्षकों की भर्ती की प्रक्रिया शुरू हो गई थी, इसे भी रोक दी गई है. उनकी जगह संविदा नियुक्ति कर रहे हैं, जिनका यह जीवन भर विरोध करते रहे. यह सरकार 18 महीने क्या पूरे पांच साल एक भी व्यक्ति की नियुक्ति नही ंकरेगी. हमारे वक्त लगातार 15 सालों तक भर्ती की प्रक्रिया जारी रही, लेकिन इन 18 महीनों में सरकार का काम सबने देख लिया.