स्पोर्ट्स डेस्क. बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के तहत इंदौर में खेले गए तीसरे टेस्ट मैच में भारत को ऑस्ट्रेलिया के हाथों मुंह की खानी पड़ी. भारतीय टीम मैनेजमेंट ने होल्कर स्टेडियम की पिच को टर्निंग ट्रैक बनाने को कहा, लेकिन वह अपने द्वारा खोदे गए गड्ढे में खुद ही गिर गए. ऑस्ट्रेलिया ने इस मैच में भारत को 9 विकेट से हराकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (डब्ल्यूटीसी) की सीट रिजर्व कर लिया है लेकिन भारत की मुश्किलें बढ़ती नजर आ रही है. इस हार को लेकर पूर्व भारतीय मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा कि, मेजबान टीम के बल्लेबाजों को ‘आत्ममुग्धता और अति-आत्मविश्वास’ का खामियाजा भुगतना पड़ा.

शास्त्री ने कहा कि, थोड़ी-सी आत्ममुग्धता और थोड़ा-सा अति-आत्मविश्वास देखिए क्या कर सकता है, जिसमें आप चीजों को हल्के में लेने लगते हो, आप सतर्क नहीं रहते और यह मैच आपको नीचे ले आएगा. मुझे लगता है कि यह हार इन सभी चीजों का समन्वय था. जब आप पहली पारी को देखोगे तो जरा उनके द्वारा खेले गए कुछ शॉट को देखो, इस तरह की परिस्थितियों में दबदबा बनाने की कोशिश करने की अति उत्सुकता देखिए. इसका आकलन करने के लिए एक या दो कदम पीछे रखकर देखिए.

पूर्व आस्ट्रेलियाई सलामी बल्लेबाज मैथ्यू हेडन ने भी भारतीय बल्लेबाजों की आलोचना करते हुए कहा कि, ऐसा लग रहा था कि वे टीम में अपने स्थान बचाने के लिए खेल रहे थे. उन्होंने कहा कि, केएल राहुल को प्लेइंग इलेवन से बाहर किया गया. इस तरह की कुछ चीजें थोड़ी अस्थिरता भरी होती हैं. खिलाड़ी अपना स्थान बचाने के लिए खेल रहे थे और ये मौके अलग तरह की मानसिकता बना सकते हैं. भारत के महान बल्लेबाज सुनील गावस्कर ने भी भारतीय बल्लेबाजों की आलोचना की और कहा कि ‘पिच उनके दिमाग पर हावी’ रही.