बेंगलुरु। पूर्व भारतीय क्रिकेटर डेविड जॉनसन का गुरुवार को बेंगलुरु में निधन हो गया. 52 वर्ष डेविड जॉनसन कर्नाटक की मजबूत गेंदबाजी इकाई का हिस्सा थे, जिसमें अनिल कुंबले, जवागल श्रीनाथ, वेंकटेश प्रसाद और डोड्डा गणेश शामिल थे.

कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के एक अधिकारी ने मौत की पुष्टि करते हुए बताया कि जॉनसन चौथी मंजिल स्थित अपार्टमेंट की बालकनी से गिर गए थे. उन्हें अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया. वे अपने पीछे पत्नी और दो बच्चों को छोड़ गए हैं. जॉनसन, जो एक क्रिकेट अकादमी चलाते थे. हाल ही में अच्छे स्वास्थ्य में नहीं थे.

भारत के पूर्व तेज गेंदबाज और जॉनसन के पुराने मित्र डोडा गणेश ने मौत की खबर पर चौंकाने वाला बताते हुए कहा कि हम टेनिस क्रिकेट के दिनों से ही जय कर्नाटक नामक क्लब के लिए साथ-साथ खेलते थे. बाद में हम राज्य और देश के लिए साथ-साथ खेले. कर्नाटक का वह गेंदबाजी आक्रमण लंबे समय तक भारतीय गेंदबाजी आक्रमण था.

अनिल कुंबले ने अपने एक्स पोस्ट में लिखा, “मेरे क्रिकेट साथी डेविड जॉनसन के निधन की खबर सुनकर दुख हुआ. उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना. ‘बेनी’ बहुत जल्दी चले गए!” वहीं बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने एक्स पर पोस्ट किया. “हमारे पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज डेविड जॉनसन के परिवार और दोस्तों के प्रति गहरी संवेदना. खेल में उनके योगदान को हमेशा याद रखा जाएगा,”

घरेलू करियर की मुख्य बातें

जॉनसन के घरेलू क्रिकेट करियर में कई महत्वपूर्ण उपलब्धियां रहीं. 39 प्रथम श्रेणी मैचों के दौरान, उन्होंने 125 प्रभावशाली विकेट लिए. उनके उल्लेखनीय प्रदर्शनों में चार बार पांच विकेट और एक मैच में दस विकेट लेना शामिल है. उनका एक बेहतरीन घरेलू प्रदर्शन 1995-96 के रणजी ट्रॉफी सत्र के दौरान आया, जहाँ उन्होंने केरल के खिलाफ़ 152 रन देकर 10 विकेट हासिल किए. यह प्रदर्शन उन्हें राष्ट्रीय टीम में जगह दिलाने में अहम रहा.

अंतर्राष्ट्रीय पदार्पण और प्रदर्शन

जॉनसन ने 1996 में नई दिल्ली में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ़ एकमात्र टेस्ट में भारत के लिए अपना टेस्ट डेब्यू किया. इस मैच में, उन्होंने ऑस्ट्रेलियाई ओपनर माइकल स्लेटर को आउट करके तुरंत प्रभाव डाला. इस मैच से जॉनसन के संक्षिप्त अंतरराष्ट्रीय करियर की शुरुआत हुई.

दक्षिण अफ्रीका का दौरा

अपने पदार्पण के बाद, जॉनसन को दक्षिण अफ्रीका दौरे के लिए भारतीय टीम में शामिल किया गया. उन्होंने श्रृंखला के पहले टेस्ट में खेला और हर्शल गिब्स और ब्रायन मैकमिलन के विकेट लेकर अपनी तेज़ गेंदबाज़ी का प्रदर्शन जारी रखा. अपनी शानदार शुरुआत के बावजूद, यह राष्ट्रीय टीम के लिए उनका आखिरी प्रदर्शन था.