बठिंडा. तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार बलवंत सिंह नंदगढ़ का शुक्रवार को निधन हो गया. उन्होंने श्री मुक्तसर साहिब के एक प्राइवेट अस्पताल में अंतिम सांस ली. वे करीब 80 वर्ष के थे. जत्थेदार बलवंत सिंह नंदगढ़ मार्च 2003 से लेकर जनवरी 2015 तक तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार रहे. इससे पहले वे 1996 में एसजीपीसी के सदस्य भी चुने गए थे.

उनका अंतिम संस्कार बूड़ागुज्जर जेल रोड के पास स्थित उनके फार्म हाउस पर हुआ. बता दें कि जत्थेदार बलवंत सिंह नंदगढ़ मार्च 2003 से लेकर जनवरी 2015 तक तख्त श्री दमदमा साहिब के जत्थेदार रहे हैं. इससे पहले वे 1996 में एसजीपीसी के सदस्य भी चुने गए थे. उन्हें अपनी बेबाक वाक्यशैली के लिए जाना जाता था. जेल सुपरिटेंडेंट शिवराज सिंह नदंगढ़ उनके बेटे हैं, जो पिछले कई दिनों से अस्वस्थ रहने के चलते उनकी देखभाल कर रहे थे.

पंजाब विधानसभा के स्पीकर कुलतार सिंह संधवां ने जत्थेदार बलवंत सिंह नंदगढ़ के देहांत पर गहरा दुख व्यक्त किया. शुक्रवार को जारी बयान में विधानसभा स्पीकर ने कहा कि पूर्व जत्थेदार बलवंत सिंह नंदगढ़ जी के निधन से पंथ को बड़ा नुकसान हुआ है.

अपनी बेबाकी के लिए जाने जाते थे बलवंत सिंह

जत्थेदार को बेबाक के तौर पर जाना जाता था. वे काफी समय से बीमार चल रहे थे और उनकी संभाल उनके बेटे जेल सुप्रीटेंडेंट शिवराज सिंह नंदगढ़ द्वारा की जा रही थी.