रायपुर. पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल का बड़ा बयान सामने आया है. बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, छत्तीसगढ़ में नए तरीके से धर्मांतरण देखने को मिल रहा है. पादरी गेरुआ कपड़ा पहन रहे हैं और पास्टर अपने नाम के आगे स्वामी लिख रहे हैं. कांग्रेस प्रदेश और देश में धर्मांतरण को बढ़ावा दे रही है. वहीं बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर सीएम भूपेश बघेल ने भी पलटवार करते हुए कहा कि, चुनावी राज्यों में धर्मांतरण और साम्प्रदायिक्ता के एजेंडे पर भाजपा चुनाव लड़ती है. यहां भी चुनाव है, इसलिए बीजेपी ऐसे मुद्दे ला रही है. इसके अलावा भाजपा के पास है ही क्या?

बता दें कि, पूर्व मंत्री बृजमोहन अग्रवाल ने कहा, देश में ऐसे बहुत से लोग हैं जो लोगों को लालच देकर धर्मांतरण करवाते हैं. सामान्य वर्ग का व्यक्ति पिछड़े अनुसूचित जाति का व्यक्ति धर्मांतरण करता है तो उसको उसकी जाति के सम्मान मिलना बंद हो जाता है. इसी के नाम पर मिसनरी लोग आदिवासियों को बरगला रहे हैं. पादरी गैर वस्त्र पहनने लगे हैं, पास्टर की जगह स्वामी लिख रहे हैं.

आगे उन्होंने कहा, जो अपने मूल धर्म को छोड़ेगा संस्कृति को छोड़ेगा बस्तर में आदिवासी समाज अपने मुक्तिधाम में ईसाई धर्म में परिवर्तन के बाद उनको दफनाने जलाने की परमिशन नहीं दे रहे हैं. ये जो स्थिति पैदा हो रही वो कांग्रेस पार्टी तुष्टीकरण के कारण धर्मांतरण को बढ़ावा दे रही है. इसके विरोध में डीलिस्टिंग रैली है.

वहीं बृजमोहन अग्रवाल के बयान पर सीएम बघेल ने पलटवार करते हुए कहा, जिन-जिन राज्यों में चुनाव होता है उन राज्यों में धर्मांतरण और सांप्रदायिकता देखने मिलती है. इसी के आधार पर बीजेपी वोट मांगती रही है. असम, बिहार और यूपी में भी देखा गया है. जिन-जिन राज्यों में चुनाव होते है भाजपा उन एजेंडों पर काम करते हैं. इसके अलावा उनके पास कुछ है भी नहीं.