
पी. रंजनदास, बीजापुर. विधायक विक्रम मंडावी की ओर से कलेक्टर को पत्र लिखकर ग्राम पंचायत और सरपंचों के कार्य को क्षमता विहीन बताया है. यह आदिवासी सरपंचों का अपमान है. ये बातें पूर्व मंत्री महेश गागड़ा ने कही है.
पूर्व मंत्री व भाजपा नेता महेश गागड़ा ने विधायक पर आरोप लगाते कहा कि विधायक अपने चहेते के माध्यम से काम कर मोटी रकम अपना बनाने का काम कर रहे हैं. साथ ही एक भारतीय लोक सेवा के अधिकारी भी नियम प्रक्रिया के सरंक्षण और संचालन का जिमेदार है. वे भी पंचायतों को काम तो दूर पत्र की भाषा को बिना पड़े एसी ट्राइबल को एजेंसी भी बना देते हैं, जो यह दर्शाता है कि अंधेर नगरी चौपट राजा, नियम विरुद्ध जाकर कमीशन खाने का अभियान चल पड़ा है, जिसकी हम निंदा करते हैं.

पूर्व मंत्री गागड़ा ने आगे कहा कि सूबे के मुखिया पांचवी अनुसूची क्षेत्र में पंचायतों को मजबूत और सशक्त हस्ताक्षर की बात करते हैं. वहीं उनके विधायक सरपंचों और ग्राम पंचायतों का अपमान कर रहे हैं. मुख्यमंत्री द्वारा पंचायतों को पचास लाख तक के कार्यों का अधिकार दिया गया है परंतु पूरे प्रदेश में पचास लाख तक का कार्य तो दूर पांच हजार तक काम भी इनके विधायक नहीं कर रहे हैं और सरपंच बेबस महसूस कर रहे हैं.
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