पी. रंजनदास, बीजापुर. कांग्रेस काफिले में शामिल जिला पंचायत सदस्य पार्वती कश्यप के वाहन पर नक्सली गोलीबारी की घटना पर पूर्व मंत्री महेश गागड़ा का बड़ा बयान आया है. गागड़ा ने पूरे घटनाक्रम की स्वतंत्र एवं निष्पक्ष जांच की मांग की है. भैरमगढ़ स्थित अपने निवास पर पत्रवार्ता में पूर्व मंत्री गागड़ा ने कहा कि हमले के पीछे की वास्तविक तस्वीर बाहर आनी चाहिए. चूंकि घटना के बाद गृहमंत्री और विधायक के बयान में जैसा विरोधाभास नजर आया है, उससे घटना की सत्यता उजागर करना जरूरी हो गया है.

गागड़ा ने कहा कि विधायक विक्रम मंडावी सुरक्षा ताक पर रखकर चलते हैं. गृहमंत्री के बयान से यह साफ हो जाता है. नक्सल हमले में हमने अपने नेताओं को खोया है, लेकिन विधायक की सुरक्षा को लेकर लापरवाही का अंदाजा इसी से लगा सकते हैं कि घटना के चंद घटों बाद विधायक क्रिकेट खेलने में मशगूल होते हैं, जबकि विधायक को पूरे विषय में गंभीरता दिखानी चाहिए थी.

‘मंत्री-विधायकों में तालमेल नहीं’

गृहमंत्री के बयान का जिक्र करते गागड़ा ने कहा कि वर्तमान सरकार में मंत्री -विधायकों में कोई तालमेल नहीं है. इसकी बानगी कल की घटना के बाद देखने को मिली है. साढ़े चार साल बाद गृहमंत्री का किसी घटना पर बयान आता है वो भी अपने ही पार्टी के विधायक के खिलाफ. गागड़ा ने सवाल करते कहा कि उनकी जांच की मांग जायज है.

‘बेखौफ घूमने की हिम्मत कहां से मिल रही’

उन्होंने कहा, विधायक जिस तरह सुरक्षा ताक पर रख दौरा कर रहे हैं, इससे सवाल उठना लाजिमी है कि आखिर संवेदनशील इलाके में विधायक को बेखौफ घूमने की हिम्मत कहां से मिल रही है. तमाम बिंदुओं की जांच निहायत जरूरी हो गई है.