लक्ष्मीकांत बंसोड़, बालोद. छत्तीसगढ़ में विधानसभा चुनाव की राजनीतिक सरगर्मी के बीच बीजेपी को बड़ा झटका लगा है. गुंडरदेही विधानसभा क्षेत्र के पूर्व विधायक राजेंद्र कुमार राय ने बीजेपी का दामन छोड़ दूसरी बार जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) का दामन थामा है. जेसीसीजे न उन्हें दूसरी बार पार्टी से अधिकृत उम्मीदवार भी बनाया है.

बता दें कि राजेंद्र कुमार राय रायपुर में ट्रैफिक डीएसपी रहते हुए प्रशासनिक सेवा से 2011 में इस्तीफा देकर कांग्रेस पार्टी का दामन थामा. वे छत्तीसगढ़ के प्रथम मुख्यमंत्री स्वर्गीय अजीत प्रमोद कुमार जोगी के बेहद करीबी माने जाते हैं. उन्हीं के मार्गदर्शन में पार्टी का दामन थाम 2013 के विधानसभा चुनाव में गुंडरदेही विधानसभा क्षेत्र से कांग्रेस पार्टी की टिकट पर चुनाव मैदान में उतरा और 72770 वोट हासिल कर अपने प्रतिद्वंद्वी भाजपा प्रत्याशी पूर्व वीरेंद्र कुमार साहू को 21280 मतों के अंतर से मात देकर विधायक निर्वाचित हुए.

कांग्रेस पार्टी से बागी होकर पूर्व मुख्यमंत्री स्वर्गीय अजीत प्रमोद कुमार जोगी ने नई पार्टी जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) बनाई, तब कांग्रेस को छोड़ राजेंद्र राय जोगी की पार्टी में शामिल होकर 2018 के विधानसभा चुनाव में जोगी की पार्टी से चुनाव मैदान उतरे, जहां उन्हें महज 8648 वोट मिले और बुरी तरह हार का सामना करना पड़ा.

2022 में थामा था बीजेपी का दामन

2022 में पूर्व मुख्यमंत्री व भाजपा राष्ट्रीय उपाध्यक्ष डॉ रमन सिंह, छत्तीसगढ़ बीजेपी कार्यकारिणी की मौजूदगी में पूर्व राजेंद्र कुमार राय ने भाजपा का दामन थामा, लेकिन पार्टी द्वारा गुंडरदेही विधानसभा क्षेत्र से क्षेत्र के पूर्व विधायक वीरेंद्र साहू को अधिकृत प्रत्याशी बनाने के बाद यहां से भी उनका मोह भंग हो गया. इसके बाद अब 2023 के चुनाव के दौरान राजेंद्र कुमार राय ने आज 25 अक्टूबर को अपना इस्तीफा छत्तीसगढ़ भाजपा प्रदेश अध्यक्ष अरुण साव को भेज दिया और फिर जेसीसीजे ज्याइन किया. जनता कांग्रेस छत्तीसगढ़ (जे) से गुंडरदेही विधानसभा क्षेत्र के लिए दूसरी बार उन्हें अधिकृत प्रत्याशी भी बनाया गया है.