लखनऊ. सपा नेता और बाहुबली रहे हरिशंकर तिवारी के बेटे विनय शंकर तिवारी को प्रवर्तन निदेशालय ने गिरफ्तार कर लिया है. ED ने बैंक ऑफ इंडिया के क्लस्टर से लिए लोन में गड़बड़ी के मामले में विनय शंकर को अरेस्ट किया है. सोमवार को ED ने विनय शंकर तिवारी की गंगोत्री इंटरप्राइजेज से जुड़े 10 ठिकानों पर छापेमारी की थी. जिसके बाद टीम ने विनय शंकर तिवारी के साथ उनके साथी अजीत पांडेय को गिरफ्तार कर लिया.

अजीत पांडेय विनय शंकर तिवारी की गंगोत्री एंटरप्राइजेज का GM है. ईडी की लखनऊ स्थित सीबीआई स्पेशल कोर्ट में दोनों को पेश किया है. जिसके बाद दोनों को जेल भेज दिया गया है. बताया जा रहा है विनय शंकर को बैंकों से धोखाधड़ी मामले में उनके न्यू हैदराबाद आवास से गिरफ्तार किया गया है. ईडी ने गोरखपुर, लखनऊ, नोएडा समेत उनके 10 ठिकानों पर रेड डाली थी.

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पहले जी जब्त हो चुकी है 72 करोड़ की संपत्ति

बता दें कि पूर्व विधायक विनय शंकर तिवारी की 72.08 करोड़ रुपये की संपत्तियों को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) नवंबर 2023 में पहले ही जब्त कर चुकी है. ईडी ने यह कार्रवाई विनय तिवारी की कंपनी गंगोत्री इंटरप्राइजेस लिमिटेड की ओर से बैंकों के कंसोर्टियम का करीब 1129.44 करोड़ रुपये हड़पने के मामले में की थी. बैंकों की शिकायत पर सीबीआई मुख्यालय ने केस दर्ज किया था, जिसके बाद ईडी ने भी विनय तिवारी समेत कंपनी के समस्त निदेशक, प्रमोटर और गारंटर के खिलाफ मनी लांड्रिंग एक्ट के तहत केस दर्ज कर जांच शुरू कर दी थी.

2023 में ही राजधानी स्थित ईडी के जोनल कार्यालय ने विनय तिवारी की गोरखपुर, महराजगंज और लखनऊ स्थित कुल 27 संपत्तियों को जब्त किया था. इनमें कृषि योग्य जमीन, व्यवसायिक कांप्लेक्स, आवासीय परिसर, आवासीय भूखंड शामलि है.