विकास कुमार सहरसा। नगर निगम सहरसा एक बार फिर विवादों में घिर गया है। इस बार मामला बेहद गंभीर है। नगर निगम के रोकड़पाल संतोष कुमार ने पूर्व नगर आयुक्त सुशील कुमार मिश्रा पर तीन महत्वपूर्ण संचिकाएं (फाइलें) गायब कर उन्हें अपने आवास पर जलाने का आरोप लगाया है। इस संबंध में रोकड़पाल ने कोसी प्रमंडल आयुक्त और सहरसा के जिलाधिकारी को औपचारिक शिकायत दी है। शिकायत के अनुसार, नगर निगम में पूर्व में हुए घोटाले से जुड़ी तीन महत्वपूर्ण फाइलें गायब हैं। रोकड़पाल ने बताया कि उन्होंने चार संचिकाएं पूर्व आयुक्त को सौंपी थीं, जिनमें से केवल एक संचिका ही सिटी मैनेजर के माध्यम से उन्हें लौटाई गई। शेष तीन फाइलें अब तक वापस नहीं की गई हैं।

कागजात जलाएं गए

रोकड़पाल का आरोप है कि जब पूर्व आयुक्त सहरसा से स्थानांतरण के बाद जा रहे थे, उस दौरान उनके सरकारी आवास पर कुछ कागजात जलाए गए थे। इस घटना से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो नगर निगम को प्राप्त हुए हैं, जिससे संदेह और गहरा हो गया है कि संभवतः उन्हीं तीन फाइलों को नष्ट किया गया।

गायब फाइलों में क्या शामिल है?

रोकड़पाल के अनुसार, जिन तीन फाइलों के गायब होने की शिकायत दी गई है, उनमें—

सफाई व्यवस्था से संबंधित संचिका,
एएमसी (Annual Maintenance Contract) से जुड़ी संचिका एक अन्य महत्वपूर्ण योजना से संबंधित संचिका शामिल है।रोकड़पाल ने बताया कि वर्तमान नगर आयुक्त ने पूर्व आयुक्त से इस संबंध में बात की थी। जिस पर पूर्व आयुक्त ने यह स्वीकारा कि कुछ संचिकाएं उनके पास रह गई हैं और जल्द लौटाने की बात कही है। हालांकि, जब इस पूरे प्रकरण में पूर्व नगर आयुक्त सुशील कुमार मिश्रा से संपर्क किया गया, तो उन्होंने सभी आरोपों को बेबुनियाद बताते हुए खारिज कर दिया।

अब निगाहें प्रशासनिक कार्रवाई पर टिकीं

इस पूरे मामले में नगर निगम के भीतर मची उथल-पुथल के बीच अब सभी की निगाहें प्रमंडलीय आयुक्त और जिलाधिकारी द्वारा की जाने वाली संभावित जांच और कार्रवाई पर टिकी हैं। अगर यह आरोप सही पाए जाते हैं, तो यह एक बड़ा प्रशासनिक भ्रष्टाचार माना जाएगा।