Sports News. विश्व टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) फाइनल में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ भारत के लचर प्रदर्शन को देखते हुए क्रिकेट पंडितों ने कोच राहुल द्रविड़ और कप्तान रोहित शर्मा पर निशाना साधा है. इनमें से ज्यादातर विशेषज्ञों ने प्लेइंग इलेवन से दुनिया के नंबर-1 टेस्ट गेंदबाज रविचंद्रन अश्विन को बाहर करने के फैसले को गलत ठहराया. मैच के चौथे दिन लंच तक ऑस्ट्रेलिया ने अपनी दूसरी पारी में छह विकेट पर 201 रन बनाकर अपनी कुल बढ़त को 374 रन तक पहुंचा दिया. अगर भारत को इस मैच में जीत दर्ज करनी है तो उसे किसी करिश्में की जरूरत होगी.

पाकिस्तान के पूर्व बल्लेबाज बासित अली ने भी भारतीय टीम और मुख्य कोच राहुल द्रविड़ पर तीखा हमला किया है. बासित ने कहा है कि भारतीय टीम ने मैच को टॉस पर ही समाप्त कर दिया था, जब कप्तान रोहित ने बारिश की स्थिति को ध्यान में रखते हुए पहले गेंदबाजी करने का विकल्प चुना. पाकिस्तान के 19 टेस्ट और 50 वनडे खेल चुके बासित ने कहा कि भारत डब्ल्यूटीसी फाइनल को चमत्कार के माध्यम से ही बचा सकता है. उन्होंने हेड कोच द्रविड़ को भी जमकर खरी-खोटी सुनाई.

बासित ने कहा कि मैं द्रविड़ का बहुत बड़ा प्रशंसक हूं. आज से नहीं बल्कि हमेशा से. वह एक क्लास खिलाड़ी है. एक दिग्गज खिलाड़ी है और हीरो हैं. लेकिन एक कोच के रूप में, वह बिल्कुल जीरो है. उन्होंने कहा कि आपने भारत में टर्निंग पिचें तैयार कीं. बस मुझे इसका जवाब दें, जब भारत ने ऑस्ट्रेलिया यात्रा की तो क्या समान विकेट थे. उनके पास उछाल वाली पिचें थीं, है न. भगवान जाने द्रविड़ क्या सोच रहे थे. जब ऊपर वाला अक्ल बंट रहा था, तो द्रविड़ पता नहीं कहां पहाड़ों के पीछे छिपे हुए थे.

पूर्व पाकिस्तानी बल्लेबाज ने अपने यूट्यूब चैनल पर कहा कि भारत ने पहले दो घंटों के बारे में चिंता करते हुए उसी क्षण मैच गंवा दिया था. फिर उनकी जिस तरह की गेंदबाजी दिखाई दे रही थी, वह बिल्कुल आईपीएल की तरह थी. लंच के समय भारतीय गेंदबाज इतने खुश दिखाई दिए, जैसे कि उन्होंने मैच जीत लिया हो. बासित ने कहा कि भारत अब केवल चौथी पारी में चमत्कार की उम्मीद कर सकता है. भारत ने जो 120 ओवर फेंके थे, उस दौरान मैंने केवल 2-3 खिलाड़ियों को ही पूरी तरह फिट देखा. अजिंक्य रहाणे, विराट कोहली और रवींद्र जडेजा ही तरोताजा लगे, बाकी सब थके हुए दिख रहे थे.