नई दिल्ली. पूर्व राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस के एक कार्यक्रम में शिरकत करने बुधवार की शाम को नागपुर पहुंच गए. कांग्रेस के नेता रहते हुए प्रणब ने हमेशा संघ की आलोचना की है. इस लिहाज से लोगों की उत्सुकता बढ़ गई है कि आज होने वाले समारोह में वह संघ के कार्यकर्ताओं को क्या भाषण देंगे. प्रणब मुखर्जी के इस कदम पर सियासी हलचल तेज हो गई है.
प्रणब मुखर्जी राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ यानी आरएसएस के कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि शामिल होने के लिए बुधवार को नागपुर पहुंच चुके हैं. प्रणब के नागपुर पहुंचते ही बड़ी संख्या में संघ कार्यकर्ताओं ने अपने मुख्य अतिथि का फूलों के गुलदस्तों से स्वागत किया. आज शाम को 5:30 बजे से रात 9:30 बजे तक संघ मुख्यालय में मौजूद रहेंगे. संघ के इस दीक्षांत समारोह में प्रणब मुखर्जी समेत 4 लोग मंच पर होंगे. इनमें मोहन भागवत और आरएसएस के दो अन्य सीनियर अधिकारी भी शामिल होंगे. प्रणब मुखर्जी करीब आधे घंटे की स्पीच देंगे. यह पहला अवसर है कि जब कोई पूर्व राष्ट्रपति संघ शिक्षा वर्ग को संबोधित करने पहुंचे है.
प्रणब मुखर्जी के इस कदम का कांग्रेस के कई नेताओं ने अप्रत्यक्ष तौर पर विरोध किया है, कई ने हैरानी जताई है. यहां तक प्रणब दा की बेटी शर्मिष्ठा मुखर्जी ने कहा कि इसका गलत इस्तेमाल संघ और भाजपा के लोग कर सकते हैं. क्योंकि उन्होंने क्या कहा ये तो भुला दिया जाएगा, लेकिन वे उनके साथ शामिल हुए ये तस्वीरें हमेशा रहेगी.
गौरतलब है कि गर्मियों के दौरान आरएसएस पूरे देश में अपने स्वयंसेवकों के लिए प्रशिक्षण शिविर आयोजित करता है. तृतीय वर्ष का अंतिम प्रशिक्षण शिविर संघ के मुख्यालय नागपुर में आयोजित किया जाता है. अक्सर तृतीय वर्ष प्रशिक्षण हासिल करने के बाद ही किसी स्वयंसेवक को आरएसएस का प्रचारक बनने के योग्य माना जाता है.