नई दिल्ली. मोदी सरकार में प्रधानमंत्री के विदेशी दौरों पर हुए खर्च का ब्योरा सामने आ गया है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 2014 से अब तक के विदेश दौरे पर करीब 2 हजार करोड़ रुपये खर्च हुए हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की जून 2014 से विदेश यात्रा के दौरान चार्टर्ड उड़ानों, विमानों के रखरखाव और हॉटलाइन सुविधाओं पर कुल 2,021 करोड़ रुपये खर्च किए गए हैं. यह जानकारी सरकार ने संसद में सूचना के माध्यम से मुहैया कराई है.
वहीं केंद्रीय मंत्री वीके सिंह द्वारा उपलब्ध कराए गए आंकड़ों के अनुसार यूपीए-2 के दौरान 2009-10 से 2013-14 तक मनमोहन सिंह की विदेश यात्राओं के दौरान चार्टर्ड उड़ानों, विमानों के रखरखाव और हॉटलाइन सुविधाओं पर 1,346 करोड़ रुपये खर्च किए गए थे.
केंद्रीय मंत्री ने मनमोहन सिंह के आधिकारिक विदेश दौरों से संबंधित सवालों के जवाब में यह जानकारी दी, जिसमें पूछा गया कि आखिर 2009 से 2014 तक मनमोहन सिंह के प्रधानमंत्री के रूप में कितने खर्च हुए और 2014 के बाद से पीएम मोदी के विदेश दौरों में कितने खर्च हुए.
आंकड़ों के मुताबिक 15 जून 2014 और 3 दिसंबर 2018 की अवधि के दौरान प्रधानमंत्री के विमान के रखरखाव पर कुल 1,583.18 करोड़ रुपये और चार्टर्ड विमानों पर 429.25 करोड़ रुपये खर्च किए गए. वहीं हॉटलाइन सुविधाओं पर 9.11 करोड़ रु खर्च हुए. बता दें कि वीके सिंह द्वारा उपलब्ध कराए गए विवरण में 2017-18 और 2018-19 में पीएम मोदी की विदेश यात्राओं के दौरान हॉटलाइन सुविधाओं पर खर्च शामिल नहीं है.
आंकड़ों के मुताबिक, 2014-15 में विदेशी दौरों के लिए चार्टर्ड विमानों पर लागत रु 93.76 करोड़ थी, जबकि 2015-16 में यह 117.89 करोड़ रु हो गया. वहीं 2016-17 में 76.27 करोड़ और 2017-18 में 99.32 करोड़ रुपये हो गया. दरअसल मई 2014 में प्रधानमंत्री के रूप में पदभार ग्रहण करने के बाद से पीएम मोदी ने 48 विदेश यात्राओं में 55 से अधिक देशों का दौरा किया.