चंडीगढ़। पंजाब कांग्रेस में घमासान जारी है. पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष नवजोत सिंह सिद्धू और सीएम चरणजीत सिंह चन्नी के बीच उठा विवाद शांत होने का नाम नहीं ले रहा है. नवजोत सिंह सिद्धू की जिद पर एडवोकेट जनरल को हटाने के बाद कांग्रेसियों ने मोर्चा खोल दिया है. कांग्रेसी अपनी ही सरकार पर निशाना साधने से नहीं चूक रहे हैं. सांसद मनीष तिवारी के बाद पंजाब कांग्रेस के पूर्व चीफ सुनील जाखड़ ने भी मोर्चा खोल दिया है. सुनील जाखड़ ने कहा कि कथित कंप्रोमाइज्ड अफसर को हटाने के बाद असली कंप्रोमाइज्ड सीएम का चेहरा बेनकाब हो गया.

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सुनील जाखड़ ने सीधे पूछा कि पंजाब में किसकी सरकार चल रही है. जाखड़ ने ऐसा पूछकर सीधे-सीधे चन्नी और सिद्धू पर निशाना साधा है. ये पहली बार नहीं है कि जाखड़ ने सिद्धू-चन्नी की जोड़ी पर कुछ कहा हो. उन्होंने केदारनाथ जाने पर सिद्धू और चन्नी को राजनीतिक तीर्थयात्री बता दिया था. अब सीधे तौर पर जाखड़ ने सिद्धू के दबदबे को देख सीएम चन्नी की कमजोरी पर निशाना साधा है.

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गौरतलब है कि पंजाब में सुनील जाखड़ को हटाकर ही नवजोत सिंह सिद्धू को कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष बनाया गया था. उस वक्त जाखड़ को लेकर कोई विरोध भी नहीं था. इसके बाद कांग्रेस जाखड़ को पंजाब का पहला हिंदू सीएम बनाना चाहती थी, लेकिन उसमें भी अड़ंगा लगा दिया गया. जाखड़ इसके लिए अंबिका सोनी पर निशाना साधते रहे हैं. जिन्होंने सबसे पहले पंजाब में सिख चेहरे को ही सीएम बनाने की बात कही थी. बहरहाल इन सबके बाद पंजाब को अनुसूचित जाति का अपना पहला सीएम मिला चरणजीत सिंह चन्नी के रूप में.