सत्यपाल राजपूत, रायपुर. रेलवे स्टेशन से शदाणी दरबार तक बनाए गए एक्सप्रेस-वे गड़बड़ी की जांच पूरी हो गई है. अब जांच रिपोर्ट का इंतजार है. गुरुवार को पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने जांच रिपोर्ट आने पर कार्रवाई की बात कही थी. अब इस बयान पर पूर्व पीडब्ल्यूडी मंत्री राजेश मूणत ने पलटवार किया है. उन्होंने सरकार को चुनौती दी है कि दम है तो सीधे आरोपी की पहचान कर कार्रवाई करें. जांच के नाम पर राजनीति बंद होनी चाहिए.

पूर्व मंत्री मूणत ने कहा कि आपके पास टेंडर की कॉपी है. नक्शा-खसरा है. और जब जांच हो जाने की बात कही जा रही है तो क्वालिटी निरीक्षण अधिकारी कार्रवाई में देरी क्यों कर रहे हैं. ये समझ से परे है. ये लोग जांच के नाम पर सिर्फ नौटंकी कर रहे हैं.

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सभी सरकारी काम का एक प्रक्रिया के तहत होती है. एक डीपीआर बनी थी. उसी के आधार पर टेंडर निकाला गया. जिसमें कंसल्टेंसी नियुक्ति है, अगर निर्माण कार्य में कहीं भी कमी है, तो इसकी ज़िम्मेदारी क्वालिटी निरीक्षण अधिकारी तय करते हैं. एक्सप्रेस-वे निर्माण में गड़बड़ी हुई है तो कार्रवाई होनी चाहिए. इसके लिए जो ज़िम्मेदार है वहीं दोषी है. इसमें किंतु परंतु की बात ही नहीं है.

राजेश मूणत ने कहा कि सड़क विकास निगम के चेयरमैन मुख्यमंत्री है, वो कार्रवाई करे, मामले को तीन महीने से लटका कर रखे हैं, इस पर जल्द निर्णय होना चाहिए. उन्होंने कहा कि लोगों को ट्रैफिक समस्या से राहत देने के लिए एक्सप्रेस-वे बनाया था. अब इसको डिस मेंटल करना है या रिपेयरिंग करना है, जो करना है जल्दी करें. लोगों को सुविधा तो मिल जाए.

बता दें कि रेलवे स्टेशन से शदाणी दरबार तक बने एक्सप्रेस-वे कही से धसक रहा तो कही गिरने की कगार पर है. जांच के नाम पर तीन माह से सिर्फ कार्रवाई करने का आश्वासन मिलता रहा है. जिसमें आज तक कार्रवाई नहीं हुई है.