देहरादून. पूर्व केंद्रीय मंत्री शिवराज पाटिल का निधन (Shivraj Patil Passes Away) हो गया है. उनके निधन से राजनीतिक जगत में शोक की लहर दौड़ गई है. मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने भी उनके निधन पर दुख व्यक्त किया है. उन्होंने एक्स पर लिखा कि ‘पूर्व केंद्रीय गृहमंत्री एवं पूर्व लोकसभा अध्यक्ष शिवराज पाटिल जी के निधन का अत्यंत दु:खद समाचार प्राप्त हुआ. ईश्वर से प्रार्थना है कि पुण्यात्मा को श्रीचरणों में स्थान एवं शोक संतप्त परिजनों को यह असीम कष्ट सहन करने की शक्ति प्रदान करें. विनम्र श्रद्धांजलि.’
बता दें कि शिवराज पाटिल लातूर के चाकुर से एक प्रभावशाली कांग्रेस नेता थे और लातूर लोकसभा क्षेत्र से 7 बार जीते थे. 2004 में लोकसभा में हारने के बाद भी उन्होंने राज्यसभा से गृह मंत्री का पद और केंद्रीय जिम्मेदारियां स्वीकार की थी. कांग्रेस और उसके सभी कार्यकर्ताओं ने उनके निधन पर दुख जताया है और उनके परिवार के प्रति अपनी संवेदनाएं व्यक्त की है.
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शिवराज पाटिल का राजनीतिक सफर
शिवराज पाटिल का जन्म 12 अक्टूबर 1935 को लातूर जिले के चाकुर में हुआ था. पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने पहले आयुर्वेद का अभ्यास किया और फिर मुंबई विश्वविद्यालय से कानून की शिक्षा ली. राजनीति में उनका सफर 1967 में शुरू हुआ, जब उन्होंने लातूर नगर पालिका में (Shivraj Patil Passed Away) काम संभाला. यह शुरुआत आगे चलकर एक बड़े राजनीतिक करियर की नींव बनी. 1980 में वे पहली बार लातूर लोकसभा सीट से सांसद बने. उसके बाद लगातार सात बार इसी सीट से जीतकर संसद पहुंचे. यह उपलब्धि उन्हें महाराष्ट्र के सबसे प्रभावशाली नेताओं में जगह दिलाती है.
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