अमेरिका में जब से डोनाल्ड ट्रंप की सत्ता आई है, तब से जहां आए दिन किसी न किसी ऐसे अधिकारी पर गाज गिर रही है, जो वर्तमान या अतीत में उनका या उनकी नीतियों का विरोधी रह चुका है. इस लिस्ट में अभी टॉप पर अमेरिका के पूर्व राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार रह चुके जॉन बोल्टन का नाम आ गया है. 76 साल के जॉन बोल्टन पर गोपनीय सूचनाएं लीक करने के आरोप में संघीय ग्रैंड जूरी ने 18 मामले दर्ज कर लिए हैं.

इसे लेकर जॉन बोल्टन का कहना है कि यह कार्रवाई राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की ओर से अपने राजनीतिक विरोधियों को डराने और चुप कराने का प्रयास है. बोल्टन ने अमेरिकी मीडिया से कहा कि उन्होंने 40 साल तक अमेरिका की विदेश नीति और राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए काम किया है और कभी भी इन हितों से समझौता नहीं किया. बोल्टन ने कहा – ‘मैंने ट्रंप प्रशासन के दौरान भी यही करने की कोशिश की, लेकिन जब यह असंभव हो गया, तब मैंने इस्तीफा दे दिया. उसी समय से ट्रंप का बदला शुरू हुआ.’

बोल्टन पर लगे हैं गंभीर आरोप

अमेरिकी न्याय विभाग के मुताबिक इन दस्तावेजों में आगामी हमलों, विदेशी दुश्मनों और कूटनीतिक संबंधों से जुड़ी संवेदनशील जानकारियां थीं. हर आरोप में 10 साल तक की सजा का प्रावधान है. अमेरिकी अटॉर्नी जनरल पैम बॉन्डी ने कहा- ‘जो भी अपनी शक्ति का दुरुपयोग कर राष्ट्रीय सुरक्षा को खतरे में डालता है, उसे कानून के दायरे में लाया जाएगा. कोई भी व्यक्ति कानून से ऊपर नहीं है.’

बोल्टन बोले – यह ट्रंप का हथकंडा

जॉन बोल्टन ने इन आरोपों को पूरी तरह राजनीतिक बताया. उन्होंने कहा- ‘मैं अब उस सूची में नया नाम हूं, जिन पर ट्रंप अपने विरोधियों को निशाना बनाने के लिए न्याय विभाग का दुरुपयोग कर रहे हैं. जिन मामलों को पहले खारिज किया गया था, उन्हें अब दोबारा खींचकर सामने लाया जा रहा है.’ बोल्टन ने ट्रंप की तुलना स्टालिन के गुप्त पुलिस प्रमुख से करते हुए कहा- ‘जैसे उसने कहा था -आदमी दिखाओ, अपराध मैं बता दूंगा. ट्रंप भी अब यही कर रहे हैं.’ बोल्टन ने साफ तौर पर कहा कि अब मैं इस लड़ाई के लिए तैयार हूं और अपने निर्दोष आचरण की रक्षा करने और ट्रंप की शक्ति का दुरुपयोग करने के लिए भी तैयार हूं. बोल्टन पर यह कार्रवाई उस समय हुई है जब न्याय विभाग ने हाल ही में ट्रंप के दो अन्य आलोचकों- न्यूयॉर्क अटॉर्नी जनरल लेटिशिया जेम्स और पूर्व एफबीआई निदेशक जेम्स कोमी के खिलाफ भी आपराधिक मुकदमे दायर किए हैं.

ट्रंप के बोल्टन से कैसे रिश्ते?

जॉन बोल्टन ने याद दिलाया कि डोनाल्ड ट्रंप ने 2020 के चुनाव से पहले उनकी किताब ‘The Room Where It Happened’ के प्रकाशन को रोकने की नाकाम कोशिश की थी और बाद में इसे अपने चुनावी भाषणों में मुद्दा भी बनाया. अब मैरीलैंड की एक संघीय जूरी की ओर से जारी 26 पन्नों के अभियोग में कहा गया है कि बोल्टन ने अपने निजी ईमेल और मैसेजिंग ऐप्स के ज़रिए 1000 से अधिक पन्नों की गोपनीय जानकारी साझा की. इनमें राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ी जानकारियां किसी डायरी की तरह थीं. अब प्रॉसीक्यूटर्स का दावा है कि उन्होंने ये दस्तावेज दो अनधिकृत व्यक्तियों को भेजे, जो कथित तौर पर उनकी पत्नी और बेटी हैं.

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