चंडीगढ़. स्टेट कंज्यूमर डिस्प्यूट रिड्रेसल कमीशन पंजाब ने सेवा में कोताही बरतने और राइट टू लाइफ एक्ट की अवमानना का दोषी पाते हुए फोर्टिस और आई. वी. वाई. अस्पतालों को मरीज के परिजनों को 1-1 लाख रुपए मुआवजे के रूप में देने के आदेश दिए हैं। साथ ही यह सुनिश्चित करने को कहा है कि भविष्य में इस प्रकार की लापरवाही न बरती जाए।

केंद्र सरकार की एक्स सर्विसमैन हैल्थ स्कीम के तहत जो अस्पताल रजिस्टर्ड होते हैं, उन्हें मरीज के इलाज का बहुत कम खर्च मिलता है। यही कारण है कि उक्त योजना के दायरे में आते निजी अस्पताल एक्स सर्विसमैन हैल्थ स्कीम के तहत इलाज करने से परहेज करते हैं।

ऐसा ही मामला यह सामने आया है, जिसमें एक महिला को अंबाला के मिलिट्री अस्पताल से आई.सी.यू. में भर्ती कर बेहतर इलाज  के लिए रैफर किया गया लेकिन मोहाली के फोर्टिस अस्पताल व आई.वी.वाई. अस्पताल के डॉक्टरों ने आई.सी.यू. बैड नहीं होने का हवाला देकर वापस भेज दिया। एमरजैंसी ट्रीटमैंट नहीं मिल पाने के कारण उक्त महिला मरीज की मौत हो गई।