रायपुर। एमएमआई के संस्थापक सदस्यों की ओर से जारी किए गए बयान में यह स्पष्ट किया गया है कि कोर्ट के आदेश के बाद शासन ने मूल निर्माणकर्ता को मान्यता दी है. लिहाजा अवैध कब्जा किये जाने जैसे तमाम आरोप बेबुनियाद है. अस्पताल के संचालन के संबंध में फैलाई जा रही खबरें तथ्यहीन और भ्रामक है.

संस्थापक सदस्य प्रदीप गुप्ता की ओर से जारी किए गए बयान में कहा गया है कि प्रदेश में एचएनएमएमआई का सुचारु रूप से संचालन हो रहा है. एचएनएमएमआई के संचालन डॉ. देवीशेट्टी ही कर रहे हैं. अस्पताल के संचालन के संबंध में फैलाई जा रही जानकारियां बेबुनियाद और भ्रामक है. यह जानकारी देते हुए ट्रस्ट ने प्रदेश की जनता से आह्वान किया कि प्रदेश से एचएनएमएमआई कही नहीं जा रहा है, जो भी ख़बरें फैलाई जा रही तथ्यहीन और भ्रामक है.

अपने बयान में उन्होंने यह भी कहा है कि इस पूरे मामले में एक मीडिया हाउस एक पक्षीय खबर दिखा रहा है. शासन के स्पष्ट आदेश के बावजूद तथ्यों से परे जाकर खबर दिखाए जाने पर संस्थापक सदस्यों ने मीडिया हाउस की भूमिका पर सवाल उठाए है.

उन्होंने आगे कहा कि चेयरमैन डॉ. देवी शेट्टी बड़े सौहार्द पूर्ण ढंग से बात हुई और एक दूसरे को पूर्ण सहयोग देने की बात हुई. उनको पूर्ण जानकारी दी, तब उन्होने बताया कि मेरी किसी से भी छत्तीसगढ़ से हास्पिटल ले जाने की कोई भी बात नहीं हुई है और न ही मेरा MMI के साथ किसी तरह का कोई भी मसला नहीं है. हमारा उद्देश्य जनता की सेवा करना ही है. 

इस पूरे प्रकरण में हम मुख्यमंत्री भूपेष बघेल को हार्दिक धन्यवाद देते है. शासन के सहयोग से मुख्यमंत्री के मार्गदर्शन में इस संस्थान के द्वारा छत्तीसगढ़ की जनता को बेहतर चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करने के लिए तन-मन से समर्पित रहेंगे.

13 साल की लंबी कानूनी लड़ाई के बाद संस्थापक सदस्यों को मिली एमएमआई अस्पताल की कमान…