बिलासपुर। ऑनलाइन शॉपिंग कंपनी फ्लिपकार्ट को चूना लगाने के लिए गिरोह ने ऐसा शातिर तरीका अपनाया कि पुलिस भी हैरान रह गई. कम कीमत पर दुकानों से सेकंड हेंड मोबाइल खरीदकर फ्लिपकार्ड के एक्सचेंज ऑफर में बदल लेते थे. ऐसे करते हुए गिरोह ने सौ से ज्यादा मोबाइल की हेरा-फेरी कर लाखों रुपए कमाए. आखिरकार गिरोह का भांडा फूट गया और मास्टर माइंस सहित चार आरोपी पुलिस की गिरफ्त में पहुंच गए.
फ्लिपकार्ट की लाजिस्टिक कंपनी के हब इंचार्ज रौशन खान ने थाना सरकंडा में प्राथमिकी दर्ज कराया थी, जिसमें यह बताया गया कि कंपनी में एक्सचेंज आफर चल रहा है, जिसमें ग्राहक अपने पुराने सामान या मोबाइल को बदल कर नए सामान या मोबाइल प्राप्त कर सकते हैं. कंपनी की ओर से ग्राहकों से मोबाइल का मॉडल तथा IMEI पूछकर मूल्य का निर्धारण किया जाता है, जिसके एवज में नए मोबाइल फोन को कम कीमत पर ग्राहकों को उपलब्ध कराया जाता है.
कंपनी ने पाया कि ऑफर के तहत अधिकतर मोबाइल बिलासपुर, रायपुर और भिलाई में अलग-अलग नाम पते एवं मोबाइल नंबर पर 100 से अधिक मोबाइल फोन डिलीवर हुए है. कंपनी को भेजे गए इन मोबाइल के IMEI गलत हैं, और मॉडल में भी भिन्नता है. इस तरह से इस एक्सचेंज आफर के जरिए कंपनी के साथ लाखों रुपए की धोखाधड़ी की जा रही है.
सायबर अपराध की इस नए तरीके को देखते हुए डीआईजी व एसएसपी दीपक कुमार झा ने एएसपी शहर उमेश कश्यप के नेतृत्व में टीम गठित कर सायबर सेल को आवश्यक कार्रवाई के लिए निर्देशित किया. जांच के दौरान निरीक्षक कलीम खान ऑफर पर तत्काल रोक लगाते हुए संदिग्ध पतों पर आगामी डिलीवरी को होल्ड कराया जाकर अग्रिम जांच शुरू की गई, जिसमें तकनीकी साक्ष्य हासिल करने के बाद गिरोह के मास्टर माइण्ड दुर्गेश वर्मा और अजय दावड़ा को उनके साथियों के धर दबोचा.
तरीका-ए-वारदात
वारदात को अंजाम देने वाले मास्टर माइंड दुर्गेश वर्मा और अजय दावड़ा ने बताया कि फ्लिपकार्ट के एक्सचेंज ऑफर का फायदा उठाने के लिए सैमसंग के पुराने स्मार्ट फोन को रायपुर, बिलासपुर, भिलाई के दुकानों से कम दामों मे खरीदने के बाद मोबाइल के IMEI नम्बरों को बदलकर मंहगे मोबाइल के IMEI में फिक्स करके फ्लिपकार्ट से एक्सचेंज ऑफर के जरिए नए मंहगे मोबाइल मंगवाकर उन्हें बेचकर मुनाफा कमाते हैं.
अजय दावड़ा ने बताया कि पुराने मोबाइल के IMEI को चेंज एवं असेंबल करने के पश्चात नए मोबाइल के आर्डर एवं एक्सचेंज के लिए फ्लिपकार्ट से ऑनलाइन आर्डर का काम वह खुद, दुर्गेश और अनमोल करते थे, डिलीवरी लेने का काम उनके अलावा प्रमोद पाण्डेकर करता था. नए मोबाइल को बेचने का कार्य दुर्गेंश वर्मा के मुंगेली के सदर बाजार स्थित पूजा इलेक्ट्रानिक्स से करता था. आरोपियों के पास से आरोपियों से 25 लाख रुपए से अधिक कीमत के नए पुराने 150 से अधिक मोबाइल जब्त किया गया है.
इस कार्रवाई में साइबर सेल से निरीक्षक कलीम खान, थाना सरकंडा प्रभारी निरीक्षक परिवेश तिवारी, साइबर सेल से निरीक्षक प्रदीप आर्य, उप निरीक्षक प्रभाकर तिवारी, उपनिरीक्षक मनोज नायक, सागर पाठक, चौकी प्रभारी मोपका उप निरीक्षक मनोज पटेल, प्रधान आरक्षक धर्मेंद्र शर्मा, आरक्षक नवीन एक्का, मुकेश वर्मा, विकास राम, दीपक उपाध्याय, तदबीर पोर्ते, अविनाश पांडे, धर्मेंद्र साहू, अमन शर्मा का योगदान रहा.