बिलासपुर– शहर के बर्तन व्यवसायी के 6 वर्षीय बेटे विराट का अपहरण हुए चार दिन बीत गए लेकिन पुलिस अपहरणकर्ताओं का कोई सुराग नहीं जुटा पाई. परिजनों के सब्र का बांध टूट गया है. फिरौती के लिए भी फोन नहीं आया है. इससे परिजनों की परेशानी और बढ़ गई है. उसे चिंता सता रही है कि चार दिन में उसका लाड़ला किस हालत में होगा. खाना खाया होगा या नहीं. विराट के मां का रो-रोकर बुरा हाल हो गया है. वो घर आने वाले हर शख्स को कह रही है कि कोई मेरे लाल को जल्द ला दीजिए.

पुलिस इस मामले की गंभीरता से जांच कर रही है. लेकिन उसे कोई सफलता नहीं मिली है. इस केस की जांच के लिए धमतरी एसपी एमएल कोटवानी के नेतृत्व में स्पेशल टीम को शहर भेजा है. इसके अलावा कोंडागांव व रायगढ़ के पुलिस अधिकारी भी जुटे हुए हैं. साइबर सेल में आईजी प्रदीप गुप्ता, एसपी अभिषेक मीणा माथापच्ची कर रहे हैं. साइबर एक्सपर्ट की भी मदद ली जा रही है. टीम विराट के पिता व परिजनों से पूछताछ कर चुकी है. उसे किसी से दुश्मनी को लेकर पूछताछ की. पुलिस फिरौती और दुश्मनी दोनों एंगल पर जांच कर रही है.

 

बता दें कि शनिवार को लगभग रात 8.20 बजे भाजपा कार्यालय के ठीक सामने की गली में बर्तन व्यवसायी विवेक सराफ के 6 वर्षीय बेटे विराट का घर के करीब से कार सवारों ने अपहरण कर लिया. परिजन व पुलिस को फिरौती के लिए अपहरण की आशंका थी पर चार दिन बीत गए अपहर्ताओं का फोन नहीं आया है.

सीसीटीवी में जांच के दौरान युवक केसरिया गमछा लटकाया था. आरोपी की लंबाई करीब पांच फीट से ऊपर था. देखने में वह दूसरे प्रदेश का लग रहा था. सफेद की जो कार दिख रही वह भी दूसरे प्रदेश की होने की आशंका है.

लोकसभा चुनाव की सुरक्षा व्यवस्था के बीच शनिवार को करबला निवासी बर्तन व्यवसायी विवेक सराफ के 6 वर्षीय बेटे विराट का अपरहण हो गया. चार दिन बीत जाने के बाद भी विराट को ढूंढ पाने में पुलिस के हाथ खाली है. पुलिस की असफलता को लेकर सभी ओर चर्चाएं चल रही हैं. लोगों का एक ही सवाल है कि इतनी सुरक्षा में अपहरण कैसे हो गया.