रायपुर। फर्जी तरीके से बेवसाइट के जरिए नौकरी के आवेदन मंगाकर लोगों से करीबन 35 लाख रुपए की ठगी करने वाले RCDSP कपंनी के चार डायरेक्टरों को गिरफ्तार किया गया है. मामले में 59 लोगों ने पुलिस में शिकायत की थी, जिस पर कार्रवाई की गई है. आने वाले दिनों में शिकायतकर्ताओं की संख्या बढ़ने की आशँका है.

राजधानी के थाना डीडी नगर क्षेत्रान्तर्गत रायपुरा चौक स्थित अवरिल कॉम्पलेक्स में RCDSP कपंनी ने कार्यालय खोला था. इसके बाद फर्जी वेबसाइट के जरिए ब्लॉक फील्ड ऑफिसर, कंप्यूटर टीचर, डिस्ट्रीक्ट ऑफिसर के लिए वेकेंसी निकाली गई थी. शिकायत करने वाले युवक-युवतियों ने नौकरी के लिए फार्म भरा था.

फार्म भरने के बाद सभी युवक-युवतियों को रायपुर स्थित कार्यालय में बुलाकर साक्षात्कार लेने के साथ बेसिक कंप्यूटर शिक्षा दी जाती थी. कंपनी के कर्ता-धर्ता इन युवक-युवतियों को प्रदेश के सभी जिलों के ग्रामीण इलाकों में जाकर लोगों को कंपनी की योजनाओं को बताने और जोड़ने के लिए कहा गया था. इसके साथ ही RCDSP कपंनी का फार्म भरवाकर सुरक्षा निधि के नाम से 35,000 रुपए की सुरक्षा निधि जमा कराई गई थी.

लेकिन नौकरी केवल छलावा साबित होने पर युवक-युवतियों ने पुलिस में शिकायत की थी. मामले में पुलिस ने कार्रवाई करते हुए RCDSP कपंनी के चारो डायरेक्टरों को हिरासत में लेकर पूछताछ की गई. शिकायत की पुष्टि होने के बाद चंद्र प्रताप सिंह पिता माखन लाल जोशी (30 साल), दीपचंद वर्मा पिता स्‍व गणेश राम वर्मा (51 साल), जितेन्द्र देवांगन पिता सियाराम देवांगन (36 वर्ष) और संजय कुमार वर्मा पिता आनंद राम वर्मा (40साल) को गिरफ्तार किया गया है. इसके साथ अन्य आरोपियों की पतासाजी की जा रही थी.