Bihar Police News: बिहार में लापरवाही पर पुलिस महकमे का शिकंजा लगातार कस रहा है। इसी कड़ी में भागलपुर रेंज के आईजी विवेक कुमार ने बड़ी कार्रवाई करते हुए चार पुलिस अधिकारियों को तुरंत प्रभाव से निलंबित कर दिया है। इनमें भागलपुर के एक और बांका जिले के तीन अधिकारी शामिल हैं।
सूत्रों के अनुसार, समीक्षा बैठक के दौरान आईजी को कई गंभीर चूकें सामने मिलीं। भागलपुर के विश्वविद्यालय थाना प्रभारी बलवीर विलक्षण पर आरोप था कि उन्होंने बिना किसी ठोस वजह के कई केस महीनों से ठंडे बस्ते में डाल रखे थे। यही नहीं, मुख्यालय से मिले निर्देशों को नजरअंदाज करते हुए उन्होंने मालखाना का कार्यभार भी नहीं संभाला, जबकि कई लंबित प्रकरणों में आरोपितों की पहचान और सत्यापन तक पूरा नहीं हुआ। एक अपहरण मामले में तो वे पूरी तरह निष्क्रिय पाए गए। इसी आधार पर आईजी ने उन्हें सस्पेंड कर दिया।
समीक्षा में यह भी पता चला कि पूर्व थाना प्रभारी सुप्रिया कुमारी ने भी मालखाना का हैंडओवर सही तरीके से नहीं किया था और न तो नई सूची बनाई गई, न ही पुराने मामलों का अद्यतन किया गया। कई राज्यों जैसे ओडिशा और यूपी के आरोपियों के सत्यापन तक लंबित पड़े थे और गिरफ्तारी की कोशिशें भी ना के बराबर थीं।
इधर बांका जिले में भी स्थिति संतोषजनक नहीं पाई गई। टाउन थाना से जुड़े मामलों में अंचल इंस्पेक्टर देवानंद पासवान, थानाध्यक्ष राकेश कुमार और अवर निरीक्षक बृजेश कुमार पर घरेलू विवाद और गंभीर अपराधों की फाइलों में अनियमितता, कमजोर अनुसंधान और गलत धारा लगाने जैसी चूकों के आरोप लगे। कई मामलों में बयान दर्ज होने के बाद भी उचित धाराएं नहीं जोड़ी गईं।
इन सभी लापरवाह अधिकारियों को रेंज आईजी ने तुरंत निलंबित कर दिया और बांका एसपी को आवश्यक निर्देश जारी किए हैं। आईजी विवेक कुमार का कहना है कि जिन मामलों में इन अधिकारियों ने कोताही बरती है, उनकी निगरानी अब वरिष्ठ अधिकारियों द्वारा कराई जाएगी। यह कदम पुलिस व्यवस्था में अनुशासन, जवाबदेही और पारदर्शिता को मजबूत करने का स्पष्ट संदेश माना जा रहा है।
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