रायपुर. जिस वक्त कांग्रेस में टिकट बंटवारे को लेकर माथापच्ची चल रही है. उसी वक्त यूथ कांग्रेस के पदाधिकारी अलग- अलग राज्यों से आकर हर सीट पर अपना सर्वे तैयार करने में जुट गए हैं. बताया जा रहा है कि यूथ कांग्रेस के ये कार्यकर्ता अलग-अलग शहरों में सामान्य होटलों में रुककर दिनभर लोगों से बात करके अपनी रिपोर्ट तैयार कर रहे हैं. ये न यहां के पीसीसी के संपर्क में है न ही यूथ कांग्रेस के पदाधिकारियों के संपर्क में. जानकारी के मुताबिक सर्वे करने वालों ने अपना आधे से ज़्यादा काम पूरा कर लिया है.

सर्वे के आधार पर बनी रिपोर्ट दिल्ली में पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष के पास जाएगी. इस सर्वे की विश्वसनीयता पर राहुल गांधी का भरोसा काफी बताया जाता है. पिछले विधानसभा चुनाव से पहले भी यूथ कांग्रेस ने छत्तीसढ़ में सर्वे किया था. जिसमें बड़े नेताओं के हारने की भविष्यवाणी की गई थी जो सच साबित हुई. सूत्रों से मिली जानकारी के मुताबिक अब तक के सर्वे में इस बार भी इस सर्वे में ऐसे कुछ बड़े नेताओं के हारने की आशंका जताई जा रही है.

जब तक ये सर्वे का काम पूरा होगा. दो निजी एजेंसियों के सर्वे भी शुरु हो जाएंगे. इन एजेंसियों को एआईसीसी ने भेजा है. सूत्रों के मुताबिक इसमें से एक एजेंसी ने काम करना भी शुरु कर दिया है. बताया जा रहा है कि सर्वे में सिर्फ उम्मीदवारी के दावेदारों का इम्तेहान नहीं होगा बल्कि पार्टी के कार्यक्रम, उनके एजेंडे पर भी लोगों से चर्चा की जाएगी.
इस सर्वे में ये भी आंका जाएगा कि संगठन कहां पर कितना सक्रिय है संगठन की गतिशीलता का भी फीड बैक लिया जाएगा.

पार्टी में एक और सर्वे का काम अगले कुछ दिनों में स्क्रीनिंग कमेटी के लोग करेंगे. ये सर्वे अनौपचारिक किस्म का होगा. जिसमें स्क्रीनिंग कमेटी के सदस्य जिलों में जाकर लोगों से मुलाकात करके अपनी रिपोर्ट तैयार करेंगे. स्क्रीनिंग कमेटी के पैनल बनाने का एक पैमाना ये भी होगा.

बताया जा रहा है कि टिकटों के बंटवारे में इन सर्वे की भूमिका अहम होगी. पिछले विधानसभा चुनाव में पीसीसी नेताओं के दबाव में सर्वे की अनदेखी की गई थी जिसके चलते कांग्रेस को हार का सामना करना पड़ा. लिहाज़ा इस बार सर्वे की भूमिका टिकट बंटवारे में अहम मानी जा रही है.