नारायणपुर. पहले चरण के चुनाव के लिए नक्सल इलाकों के 10 विधानसभा सीट पर मतदान संपन्न हो चुका है. जिसमें एक विधानसभा नारायणपुर भी आता है. जहां लोकतंत्र को मजबूत और सशक्त बनाने के लिए 4 साल पहले सरेंडर नक्सली दंपत्ति ने विधानसभा क्षेत्र 84 नाराणपुर के मतदान केन्द्र 49 संगवारी में पहुंचे और दोनों ने मतदान किया. उनके मतदान के दौरान चेहरे पर खुशी और उत्साह देखने मिला.
आत्मसमर्पित नक्सल दम्पति मैंनूराम औऱ राजबत्ती ने दिसंबर 2014 में पुलिस के सामने मुख्यधारा से जुड़ने के लिए समर्पण किया था. पहले राजबत्ती किसकोड़ों दलम (एलओएस) की कमांडर रह चुकी है. मैंनूराम इसी दल का मिलिशिया सदस्य था. मैंनूराम वर्तमान में राजमिस्त्री का काम कर रहा है. उनकी एक छोटी बच्ची भी है. वो दोनों पहले की अपेक्षा अब सुखी जीवन यापन कर रहे हैं और सामाज की मुख्यधारा में जुड़कर अपना रोजमर्रा की जिंदगी चला रहे है.
माओवादी संगठन को छोड़ कर आम जीवन जाने वाले दोनों दंम्पति ने बताया कि शासन की पुर्नवास नीति से जुड़कर मुख्यधारा से जोड़ने के लिए मददगार हुई. उन्होंने बताया कि पिछले चार वर्ष के पहले का जीवन घुट-घुट कर जीने जैसा था. जब से समाज की मुख्यधारा से जुड़े है तो जीवन खुलकर जी रहे है. शासन की पुर्नवास नीति के माध्यम से दम्पति को जिला मुख्यालय नारायणपुर में मकान बनाने के लिए जमीन के साथ आवश्यक राशि भी दी गई. दैनिक मजदूरी कर खुशहाल परिवारिक जीवन व्यतीत कर रहा है.
बता दें कि नारायणपुर विधानसभा क्षेत्र में कुल एक लाख 76 हजार 030 मतदाता है. इनमें 85 हजार 425 पुरूष, 90 हजार 604 महिला तथा एक तृतीय लिंग मतदाता है.