France Knife Attack: फ्रांस के मुलहाउस (mulhouse) में शनिवार को चाकू से किए गए हमले में एक व्यक्ति की मौत हो गई। वहीं तीन लोग घायल हो गए। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों (Emmanuel Macron)ने इसे ‘इस्लामी आतंकवादी हमला’ (Islamic terrorist attack) करार दिया है। संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है। यह घटना फ्रांस में आतंकवाद से जुड़े हालिया हमलों से जुड़ी नई घटना है।
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प्रोसेक्यूटर निकोलस हेइट्ज़ ने एएफपी को बताया कि यह हमला 37 वर्षीय संदिग्ध ने किया था, जो टेरर प्रीवेंशन वॉचलिस्ट (एफएसपीआरटी) में शामिल है। हमला फ्रांस के मुलहाउस शहर में हुआ है, जो जर्मनी और स्विट्जरलैंड के निकट स्थित है। संदिग्ध को गिरफ्तार कर लिया गया है।
फ्रांस की राष्ट्रीय आतंकवाद विरोधी अभियोजक इकाई (PNAT) ने इस हमले की जांच अपने हाथ में ले ली है। मुलहाउस की मेयर मिशेल लुत्ज़ ने इस घटना को डरावना करार दिया और बताया कि अब जांच के बाद ही इस घटना के आतंकवादी कृत्य होने की आधिकारिक पुष्टि की जाएगी।
‘द एसोसिएट प्रेस’ के मुताबिक, यह हमला उस समय हुआ जब मुलहाउस में कांगो के समर्थन में एक प्रदर्शन हो रहा था। फ्रांस के अभियोजक निकोलस हेइट्ज ने बताया कि हमलावर ने अल्लाहु-अकबर (Allah Hu Akbar) का नारा लगाते हुए चाकू से हमला किया। 37 वर्षीय संदिग्ध आतंकवादी निगरानी सूची (FSPRT) में था। FSPRT सूची 2015 में चार्ली हेब्दो और एक यहूदी सुपरमार्केट पर हुए हमलों के बाद बनाई गई थी। इसका मकसद उन व्यक्तियों की निगरानी करना है जिनके कट्टरपंथी गतिविधियों में शामिल होने की आशंका होती है।
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हमलावर को मिला था फ्रांस से निष्कासन का आदेश
अल्जीरिया में जन्मे इस संदिग्ध को न्यायिक निगरानी में रखा गया था और उसे फ्रांस से निष्कासन का आदेश मिला हुआ था। घटना के बाद, पुलिस ने तुरंत सुरक्षा घेरा बनाया और स्थिति को कंट्रोल में लिया। अभियोजक हेइट्ज ने बताया कि एक पुलिस अधिकारी को गंभीर रूप से गर्दन की धमनी (कैरोटिड धमनी) में चोट लगी है, जबकि दूसरे को छाती में घाव आए हैं।
इस्लामी आतंकवाद और फ्रांस की सुरक्षा चुनौतियां
बता दें कि फ्रांस में इस्लामी आतंकवादी हमले पिछले कुछ वर्षों में बढ़े हैं और यह घटना भी उसी चुनौती को उजागर करती है। राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने इस हमले को एक आतंकवादी कृत्य करार दिया और यह कहा कि देश को आतंकवाद के खिलाफ सख्त कदम उठाने होंगे। 2015 में चार्ली हेब्दो हमलों के बाद से फ्रांस में सुरक्षा को लेकर विशेष प्रयास किए जा रहे हैं, लेकिन यह हमला एक और चुनौती के रूप में सामने आया है।
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