रायपुर। पीपीई किट और मास्क की खरीदी बिक्री का झांसा देकर अपने दोस्त को लाखों की ठगी का शिकार बनाने वाले आरोपी को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस ने आरोपी के पास से ठगी की वारदात को अंजाम देने वाले तमाम दस्तावेज बरामद किया है। गिरफ्तार किये गए आरोपी का नाम अरुण जैन है।
पुलिस के अनुसार राजधानी के राठौर चौक इलाके में रहने वाले असीम राठौर का यूपी के आगरा में होटल का व्यवसाय है। लॉक डाउन की वजह से उन्हें अपना होटल बंद कर वापस रायपुर लौटना पड़ा। इसी दौरान उनकी मुलाकात अरुण जैन नाम के एक व्यक्ति से हुआ जो उनसे पिछले 5-6 वर्षों से परिचित था। अरुण जैन ने उसे इंडस्ट्रीज सप्लाई की जानकारी दिया और प्रार्थी से कहा मेरे पास पैसे की कमी है, जिस कारण व्यापार नहीं कर पा रहा हूं। उसने पीड़ित को व्यवसाय में अच्छी मार्जिन का झांसा देकर पैसा लगाने के लिए कहा। आरोपी अरुण जैन ने प्रार्थी से कहा कि उसे व्यवसाय के बारे में तमाम जानकारी है कि मटेरियल कहां से लेना है, कहां देना है सबकी जानकारी दे दूंगा, इसकी एवज में कमाई का 35 प्रतिशत की मांग की। प्रार्थी को अपने झांसे में लेते हुए उसने बताया कि बहुत से इंजस्ट्रीज के पर्चेस मैनेजर से सेटिंग है और वे उसे आर्डर देते हैं।
अगले दिन आरोपी ने बताया कि उसे एक बड़ा आर्डर मिला है। उसके साथ वह भी उसके फर्म में काम कर ले। लेकिन प्रार्थी ने लक्ष्मी ट्रेडर्स के नाम से अपनी खुद की एक फर्म खोल ली। आरोपी अरुण जैन ने बताया कि उसके पास अम्बिकापुर की मयुरा सरिया प्रा. लि. से मास्क और पीपीई किट का आर्डर मिला है। और यह माल दिल्ली की आस्कर इंटरप्राइजेस के रंजित फुगालिया से 6,19,500 रुपये में खरीद कर अंबिकापुर की मयुरा सरिया को 7,56,000 में बेचेंगे। जिसका पेमेंट एक दो दिन में उसके खाते में आ जाएगा। प्रार्थी ने क्रेता और विक्रेता से कोटेशन मंगाया और वेरीफिकेशन के लिए फोन नंबर मांगा। आरोपी अरुण जैन ने दिल्ली का आस्कर इंडस्ट्रीज के रंजीत फुगालिया और मयुरा सरिया के पर्चेस मैनेजर का मोबाइल नंबर दे दिया। पीड़ित ने दोनों से फोन पर बात कर कन्फर्म किया। जिसके बाद अरुण जैन ने प्रार्थी की मां के बैंक खाते से आस्कर इंटरप्राइजेस को 6,20,000 ट्रांसफर कराया। प्रार्थी ने दिल्ली फोन कर रकम मिली कि नहीं यह कन्फर्म किया। रंजीत फुगालिया ने पुष्टि करते हुए टैक्स इनवाइस और माल का बिल ईमेल पर भेज दिया लेकिन बिल्टी नहीं भेजी। उधर मयुरा सरिया के राकेश शर्मा फोन कर जानकारी ली तो उसने बताया कि उसे माल मिल गया। और पेमेंट के लिए टाल मटोल करते रहा। जब उसने मयुरा सरिया के मालिक को फोन कर पैसे की जानकारी ली तो पता चला कि उसने कोई आर्डर दिया ही नहीं था और न ही उसके पास कोई माल ही पहुंचा है।
मामले में पीड़ित ने मौदहापारा थाना में अपनी शिकायत दर्ज कराई। जिसके बाद पुलिस ने आरोपी अरुण जैन को गिरफ्तार किया। आरोपी अरुण जैन ने पूछताछ में बताया कि वह स्वयं ही मयुरा सरिया का पर्चेस मैनेजर राकेश शर्मा बनकर प्रार्थी से बात करता था। आरोपी की निशानदेही पर पुलिस ने उसके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाईल, चेक बुक, पासबुक एवं नकली मयूरा सरिया प्रायवेट लिमिटेड का कोरा पर्चेस आर्डर एवं कोटेशन जप्त किया।