अरविंद मिश्रा, बलौदाबाजार। महिला एवं बाल विकास विभाग में सुपरवाइजर की नौकरी लगाने के नाम पर करोड़ों की ठगी करने वाले आरोपी को बलौदाबाजार कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया है. दरअसल, आरोपी मेवा चोपड़ा महिला बाल विकास में सुपरवाइजर के पद पर नियुक्त थी. जिसके चलते लोगों ने उन पर भरोसा कर लिया. और लालच में आकर करोड़ों रुपए दे दिया.
जानकारी के मुताबिक, आरोपी ने नियुक्ति के दौरान ही अपने ही विभाग के आंगनबाड़ी कार्यकर्ताओं सहित अन्य लोगों से नौकरी लगाने के नाम पर अपने साथी के साथ मिलकर करोडों की ठगी की थी. आरोपी पांच महीने से कोतवाली पुलिस को चकमा दे रही थी.
इसी बीच पुलिस को सूचना मिली कि मेवा चोपडा अपने बलौदाबाजार के घर आ रही है, तब घेराबंदी कर गिरफ्तार कर लिया. वहीं इस धोखाधड़ी मामले में आरोपी मेवा चोपड़ा का साथी आरोपी व सरगना अशोक पांडे उर्फ महेश तिवारी अभी फरार चल रहा है. जिसकी पुलिस तलाश कर रही है.
मामले में गिरफ्तारी नहीं होने पर पीडि़तों ने पुलिस पर कई तरह के आरोप लगाये थे. पुलिस के खिलाफ पीड़ितों ने जोरदार प्रदर्शन किया था.
बता दें कि महिला एवं बाल विकास विभाग की पूर्व सुपर वाइजर मेवा चोपड़ा ने करीब 200 बेरोजगारों को नौकरी का लालच देकर लगभग 20 करोड़ रुपये की ठगी की थी. जिसकी शिकायत पीड़ितों ने बलौदाबाजार सिटी कोतवाली थाने में की थी. पीड़ितों ने थाने में शिकायत के साथ-साथ रुपये के लेन-देन का ऑडियो और वीडियो भी पुलिस को सौंपा था. शिकायत की भनक लगते ही मेवा चोपड़ा फरार थी.