सुदीप उपाध्याय, बलरामपुर. छत्तीसगढ़ के बलरामपुर में आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती में फर्जीवाड़ा हुआ है. कलेक्टर से शिकायत के बाद जांच में बड़ा खुलासा हुआ. फर्जी अंकसूची लगाकर भर्ती प्रक्रिया में महिलाएं शामिल हुई और नियुक्त हो गई. पुलिस ने चार महिलाओं के खिलाफ FIR दर्ज कर चारों को गिरफ्तार कर लिया है. पूरा मामला शंकरगढ़ थाना क्षेत्र का है.
जांच में फर्जीवाड़ा उजागर होने पर आंगनबाड़ी भर्ती प्रक्रिया पर सवाल उठने लगे हैं. वहीं प्रशासन ने इस मामले में सख्ती से कार्रवाई शुरू कर दी है. फर्जी अंकसूची लगाकर नियुक्ति पाने वाली अरमाना पिता समसेर आलम, रीजवाना पिता अरुद्दीन, प्रियंका यादव पिता आशीष यादव और सुशीला सिंह पिता उमाशंकर के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर सभी को गिरफ्तार कर लिया गया है.

आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती में फर्जीवाड़ा की शिकायत ग्राम जारगीम की गायत्री ने कलेक्टर से की थी. इस मामले में बलरामपुर कलेक्टर ने फर्जी अंकसूची एवं अन्य दस्तावेज तैयार करने में संलिप्त पाए जाने वालों के विरूद्ध तत्काल एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए थे. जिला शिक्षा अधिकारी एवं एसडीएम शंकरगढ़ को जांच कर प्रतिवेदन प्रस्तुत करने के निर्देश भी दिए थे. तीन सदस्यीय जांच दल का गठन कर मामले की जांच की गई.
परियोजना अधिकारी एकीकृत बाल विकास सेवा परियोजना शंकरगढ़ में उपस्थित होकर दस्तावेजों का अवलोकन किया गया. दस्तावेजों के अवलोकन करने पर आंगनबाड़ी सहायिका भर्ती में आंगनबाड़ी केन्द्र बहेराटोली जारगीम कटहरपारा महुआडीह धाजापाठ कोठली डूमरपानी बेलकोना के रिक्त पद के विरूद्ध प्राप्त आवेदन में क्रमश अरमाना पति समसेर आलम, रीजवाना पति अमरूद्दीन, प्रियंका यादव पति आशीष यादव, सुशीला सिंह पति उमाशंकर द्वारा अजीजी पब्लिक स्कूल भगवतपुर / कुसमी का कक्षा 8वीं का अंकसूची संलग्न किया जाना पाया गया, जिसके आधार पर उनकी नियुक्ति आगनबाड़ी सहायिका के पद पर की गई है, जो प्रथम दृष्टया संदेहास्पद प्रतीत हुआ. जांच में सभी की नियुक्ति फर्जी अंकसूची के आधार पर किया जाना पाया गया. इसके चलते चारों महिलाओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर चाराें को गिरफ्तार कर लिया गया है.
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