हेमंत शर्मा  रायपुर। रायपुर में पुलिस आरक्षक के पद पर भर्ती करवाने के नाम पर लोगों से 12 लाख रुपए लेने के मामले में अपने ही दो 2 आरक्षकों के खिलाफ पुलिस ने धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया है. दोनों आरोपी CAF के जवान हैं.

मंदिर हसौद थाना में दोनों आरक्षकों के खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया है. इनमें आरोपी प्रमोद रजक 13वीं बटालियन बांगो कोरबा में और दूसरा विजय कुमार राय उर्फ अप्पू राय 18वीं बटालियन मनेन्द्रगढ़ में पदस्थ है. दोनों आरोपी पुलिस आरक्षक फरार हैं.

मंदिर हसौद टीआई सोनल ग्वाला के मुताबिक, चंदखुरी में पदस्थ ट्रेड आरक्षक मिथलेश कुमार को जून 2019 में प्रमोद रजक और विजय राय मिले. प्रमोद ने डीजी के यहां पहचान के लोग होने की बात कहते हुए सीएएफ और जिला बल में हो रही पुलिस आरक्षक की भर्ती में पहचान या रिश्तेदार की भर्ती करवाने का भरोसा दिया. इसके लिए एडवांस में एक से दो लाख रुपए लगने की बात कही.

इस पर मिथलेश कुमार ने कई किश्तों में पहचान के लोगो के नौकरी लगाने के लिए दोनों आरक्षकों को 12 लाख रुपए दिया था. तीन महीने पहले इसमे आरोपी आरक्षक प्रमोद रजक और विजय कुमार राय के खिलाफ आरक्षक के पद पर नौकरी लगाने कर नाम से 12 लाख रुपये लेने की शिकायत की गई. जांच के बाद दोनों आरक्षकों के खिलाफ केस दर्ज करने के साथ सस्पेंड भी कर दिया गया है. दोनों आरोपी आरक्षक अभी फरार चल रहे हैं.