गाजियाबाद. एक व्यक्ति ने जालसाजों पर केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड के आईसगेट पोर्टल को हैक करके दो स्क्रिप्स लाइसेंस जारी कराकर 16.32 लाख रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप लगाया है. पीड़ित के मुताबिक आरोपियों ने उनकी यूजर आईडी और पासवर्ड का दुरुपयोग कर फर्जीवाड़ा किया.
क्रॉसिंग रिपब्लिक के जयपुरिया अपार्टमेंट में रहने वाले मुकेश कुमार काईरा का कहना है कि उनकी शिकायत केंद्रीय अप्रत्यक्ष कर और सीमा शुल्क बोर्ड के आईसगेट (भारतीय सीमा शुल्क इलेक्ट्रॉनिक गेटवे) को हैक करके दुरुपयोग करने के संबंध में है. आइसगेट भारतीय सीमा शुल्क का एक राष्ट्रीय पोर्टल है जो व्यापार, कार्गो वाहक और अन्य व्यापारिक भागीदारों को इलेक्ट्रॉनिक रूप से ई-फिलिंग सेवाएं प्रदान करता है. मुकेश कुमार काईरा का कहना है कि उन्होंने 18 मई 2023 को अपनी फर्म के पंजीकरण और आईसी गेट के साथ क्लास-थ्री डिजीटल हस्ताक्षर और पंजीकरण कुंजी जारी करने के लिए आवेदन किया था. 19 जुलाई 2023 को उनका आईईसी नंबर मेल के जरिये प्राप्त हुआ.
मुकेश कुमार का आरोप है कि आईसगेट आईडी ने यह आईईसी नंबर उस आईडी पर जारी किया जो उनकी आईडी नहीं थी. इस संबंध में उन्होंने आईसगेट पंजीकरण विभाग को मेल के द्वारा सूचित किया. इसके बाद उनसे निरस्तीकरण का आवेदन करने के लिए कहा गया.