देहरादून. शिक्षा औऱ शिक्षक के पेशे को बेहद सम्मान की नजर से देखा जाता है. शिक्षक छात्रों का भविष्य बनाते हैं. कुछ ऐसे भी कलियुगी शिक्षक हैं जिनके कारनामे सबके लिए शर्म का सबब बन जाते हैं.
उत्तराखंड में शिक्षा विभाग की जांच में ऐसा फर्जीवाड़ा सामने आया है कि हरकोई हैरत में है. यहां एक शिक्षक ने दसवीं की फर्जी मार्कशीट लगाकर पूरी जिंदगी नौकरी कर डाली. अब जब मामले की जांच हुई तो पता चला कि शिक्षक महोदय रिटायर भी हो चुके हैं.
खुलासा होने के बाद शिक्षक महोदय की खोज हो रही है औऱ शिक्षक महोदय फरार बताए जा रहे हैं. देहरादून के बहादराबाद खंड की शिक्षा अधिकारी सुमन अग्रवाल ने मुकदमा दर्ज कराते हुए बताया कि पीली पड़ाव के राजकीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक पद से सेवानिवृत्त होने वाले हरपाल यादव की दसवीं की मार्कशीट फर्जी है.
जब गुरुजी के बारे में विभाग में जांच पड़ताल की गई तो पता चला कि हरपाल यादव तो रिटायर भी हो चुके हैं. अब उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज कराकर उनकी खोजबीन में पुलिस जुटी है. वैसे शिक्षा विभाग में ऐसे कई अध्यापक हैं जिन्होंने फर्जी मार्कशीट लगाकर नौकरी हासिल की. अब विभाग ऐसे शिक्षकों पर कड़ी कार्रवाई करने में जुट गया है.