राजधानी लखनऊ के हजरगंज में जिलाधिकारी आवास के पास स्थित सहकारी बैंक के खाते से जालसाजों ने करीब 150 करोड़ रुपए उड़ा दिए. मामले की जानकारी होते ही आलाधिकारियों के होश उड़ गए. उन्होंने आनन-फानन उच्चाधिकारियों को बताया.

बैंक अधिकारियों ने मामले की जानकारी साइबर क्राइम मुख्यालय को दी. साइबर मुख्यालय के अधिकारियों के आदेश पर सोमवार को साइबर थाने में मुकदमा दर्ज किया गया. पूरे मामले में बैंक कर्मचारियों की भूमिका संदिग्ध है. मामले की जांच के लिए साइबर एक्सपर्ट की टीम को लगाया गया है. यह रुपया कई खातों में ट्रांसफर हुआ है. जिसके बाद कुछ खाते की रकम भी फ्रीज किए गए हैं. बैंक अधिकारी खाते की जांच कर रहे थे. इस बीच उन्हें यह जानकारी हुई.

वह इसकी तहरीर लेकर हजरगंज कोतवाली पहुंचे. जहां से बताया गया कि मामला साइबर फ्राड से जुड़ा है. इसका मुकदमा विभूतिखंड एसटीएफ बिल्डिंग स्थित साइबर थाने में दर्ज होगा. सोमवार को अधिकारियों ने इसकी तहरीर साइबर थाने में दी. जिसके आधार पर मुकदमा दर्ज किया गया. साइबर क्राइम मुख्यालय के निर्देश पर कई टीमें जांच के लिए लगाई गई हैं.