पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन की अंतिम तारीख 17 अक्टूबर थी। नामांकन के आखिरी दिन बड़ी संख्या में उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया। हालांकि महागठबंधन में सीटों के बंटवारे को लेकर अब भी तस्वीर पूरी तरह साफ नहीं हो पाई है। उल्टा, कई सीटों पर महागठबंधन के सहयोगी दलों ने एक-दूसरे के खिलाफ ही अपने उम्मीदवार मैदान में उतार दिए हैं। इससे कई विधानसभा क्षेत्रों में ‘फ्रेंडली फाइट’ की स्थिति बन गई है।

कहलगांव और बिहार शरीफ में दे दिया सिंबल

कहलगांव सीट से राष्ट्रीय जनता दल (RJD) ने रजनीश यादव को अपना उम्मीदवार घोषित कर सिंबल दे दिया है। वहीं इसी सीट से कांग्रेस ने प्रवीण कुशवाहा को टिकट थमा दिया है। दोनों ही उम्मीदवार अब एक-दूसरे के खिलाफ चुनावी मैदान में उतरेंगे। इसी तरह बिहार शरीफ सीट से भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (CPI) के शिव प्रकाश यादव और कांग्रेस के प्रत्याशी आमने-सामने होंगे।

अन्य सीटों पर भी दिखी तालमेल की कमी

फ्रेंडली फाइट की स्थिति सिर्फ कुछ सीटों तक सीमित नहीं है। बछवाड़ा विधानसभा सीट पर CPI के अवधेश राय और कांग्रेस के गरीब दास एक-दूसरे के प्रतिद्वंदी बन गए हैं। गौरा बौराम सीट से RJD ने अफजल अली को मैदान में उतारा है, जबकि इसी सीट पर विकासशील इंसान पार्टी (VIP) ने संतोष सहनी को उम्मीदवार बनाया है। वहीं लालगंज से RJD की शिवानी शुक्ला और कांग्रेस के आदित्य राजा आमने-सामने होंगे।

उम्मीदवारों की पहली सूची

गुरुवार देर रात कांग्रेस ने बिहार चुनाव के लिए अपनी पहली सूची जारी करते हुए 48 उम्मीदवारों के नामों का ऐलान किया। इस सूची में पार्टी के मौजूदा विधायक और प्रदेश अध्यक्ष राजेश राम (कुटुंबा) और कांग्रेस विधायक दल के नेता शकील अहमद खान (कदवा) को दोबारा टिकट मिला है। खास बात यह है कि यह सूची महागठबंधन में सीट बंटवारे की प्रक्रिया पूरी हुए बिना ही जारी कर दी गई, जिससे समन्वय में कमी उजागर हो गई। RJD ने भी इस बीच कई सीटों पर अपने सिंबल जारी कर दिए हैं।

दो चरणों में होंगे चुनाव

बिहार विधानसभा चुनाव इस बार दो चरणों में होंगे। पहले चरण के लिए नामांकन की आखिरी तारीख 17 अक्टूबर थी, जबकि दूसरे चरण के लिए यह 20 अक्टूबर तय की गई है। मतदान दो चरणों में 6 और 11 नवंबर को होगा। इसके बाद 14 नवंबर को मतगणना की जाएगी।