अखिलेश जायसवाल/हेमंत शर्मा,रायपुर। डिजिटल दुनिया में अब सब कुछ बेहद आसान और सामान्य हो चला है. मौजूदा वक्त में सोशल मीडिया पर रिश्ते आसानी से जुड़ने लगे हैं. बिना मिले, जाने और समझे ही दोस्ती और प्यार जैसे रिश्तों के किस्से अब फेसबुक, इंस्टाग्राम जैसे सोशल साइट्स के जरिए आम हो चले हैं. ऐसा ही एक दिलचस्प मामला राजधानी रायपुर से सामने आया है. इंस्टाग्राम में एक नाबालिग लड़की की मुलाकात एक युवक से होती है. कुछ ही दिनों में डिजिटली दुनिया में दोनों दोस्त बन जाते है. बातचीत का सिलसिला जारी रहता है. दिन, हफ्ते और महीने बीतने लगते हैं. इसी बीच 6 महीने का एक लंबा इंतजार भी खत्म हो जाता है. अब जाकर मुलाकात होती है आमने-सामने वाली. इसी मुलाकात के बीच कुछ ऐसा भी घटित हो जाता है, कि मामला थाने तक पहुंच जाता है.

आइये अब इस कहानी से कुछ और पर्दा उठाते हैं और सिलिसिले वार तरीके से आपको सारा घटनाक्रम बताते हैं. दरअसल ये कहानी  रायपुर की रहने वाली एक किशोरी और बिलासपुर निवासी एक युवक की है. आज से 6 महीने पहले इनकी मुलाकात इंस्टाग्राम के जरिए होती है. धीरे-धीरे बातचीत का दौर कब आगे बढ़ चला और कब यह बातचीत दोस्ती में बदल गया, इन्हें इसका अहसास भी नहीं हुआ. दोस्ती में बातचीत का यह वक्त सुपरफास्ट ट्रेन की तरह कब मुलाकात पर आ गई, दोनों को पता भी नहीं चला. इसमें दिलचस्प बात ये भी है कि किशोरी खुद युवक आयुष डोडवानी से मिलने बिलासपुर तक का सफर तय कर लेती है.

जब किशोरी की आयुष से मुलाकात होती है, तो थोड़ी घूमना, फिरना और साथ में गुफ्तगू करते घंटों समय गुजर जाता है. इसी बीच किशोरी के साथ कुछ ऐसा होता है, जिसे उसने कभी सपने में भी नहीं सोंचा था. अचानक युवक छेड़छाड़ पर उतारू हो गया. उसका यह व्यवहार किशोरी को एक भी अच्छा नहीं लगा, वो विरोध जताते हुए वहां से वापस रायपुर चली आई. वापस आ जाने के बाद किशोरी को धमकी मिलने लगती है. ये धमकी फोटो सोशल मीडिया में वायरल कर देने और जबरन रिलेशन बनाने का था. एक तरह ब्लैकमेलिंग का यह सिलसिला कई दिनों तक चला और अंतत: उसके सब्र का बांध टूट गया और वो खम्हारडीह थाने आ पहुंची.

खम्हारडीह थाना प्रभारी ममता शर्मा अली भी ठीक कुछ ऐसा ही बताती हैं. वो कहती हैं कि खम्हारडीह निवासी एक नाबालिग लड़की  रिपोर्ट दर्ज कराई है. थाने दर्ज रिपोर्ट के अनुसार किशोरी की 6 महीने पहले इंस्टाग्राम के जरिए बिलासपुर निवासी आयुष डोडवानी नाम के युवक से दोस्ती हुई थी. इसी बीच में पीड़िता उससे मिलने बिलासपुर तक पहुंच गई. मुलाकात के दौरान आरोपी आयुष ने उससे छेड़छाड़ की थी. युवक का यह व्यवहार उसे ठीक नहीं लगा, जिसके बाद वो आरोपी को आवाइड कर उससे दूरी बनाने लगी.

फिर क्या था दोनों के बीच बन रही दूरी युवक को अच्छा नहीं लगा. वो किशोरी पर रिलेशन बनाने का दबाव बनाने लगा, रिलेशन नहीं बानने पर उसकी फोटो सोशल मीडिया में वायरल कर देने की धमकी देने लगा. लेकिन वो कौन सी फोटो है, जिसकी आड़ में वो रिलेशन बनाने पर उतारू था इसका खुलासा नहीं हो सका है. इसके बाद परेशान किशोरी की शिकायत पर पुलिस ने बिलासपुर निवासी युवक आयुष डोडवानी के खिलाफ धारा 354 और पास्को एक्ट के तहत अपराध दर्ज कर पूरे मामले की जांच में जुट गई है.

इससे तो यह साफ हो गया है कि सोशल मीडिया आज के दौर में जितनी सुविधाजनक है, उतनी ही खतरनाक भी है. डिजिटली दुनिया का कब किस तरह से इस्तेमाल हो जाए, इसका किसी को भी रत्ती भर भनक नहीं होती है. इसलिए सोशल मीडिया का इस्तेमाल जितना संभल कर किया जाए, उतना ही अच्छा होगा.