लोकेश साहू, धमतरी. नगरीय निकाय चुनाव को लेकर भाजपा और कांग्रेसी दोनों ही प्रमुख राजनीतिक पार्टी ने अपने प्रत्याशियों की सूची जारी कर दी है. लेकिन भाजपा की सूची में प्रमुख दावेदारों का नाम काटे जाने से बवाल मच गया है. बुधवार को कई वार्ड के लोगों ने भाजपा जिला कार्यालय में धावा बोलकर जमकर हंगामा मचाया. टिकट वितरण में मनमानी का आरोप लगाते हुए जमकर नारेबाजी की. नगर पंचायत नगरी में भी टिकट वितरण को लेकर काफी नाराजगी देखी जा रही है. यहां भाजपा अल्पसंख्यक मोर्चा के जिला उपाध्यक्ष करीम खान, मंडल अध्यक्ष रफीक खान, युवा मोर्चा मंडल उपाध्यक्ष मोनू चौहान समेत 21 सदस्यों ने सामूहिक तौर पर लिखित इस्तीफा भाजपा मंडल अध्यक्ष नगरी मोहन नाहटा को सौंप दिया है.
मोनू चौहान का कहना है कि भाजपा ने टिकट वितरण मामले में अल्पसंख्यक मोर्चा को अनदेखा किया है. इतने वर्षो से पार्टी के लिए पूर्ण रूप से समर्पित होकर कार्य करने के बाद भी उनकी उपेक्षा हुई है. जिस वार्ड में प्रबलता के साथ उनकी दावेदारी और पैनल में नाम होने के बाद भी टिकट नहीं दिया गया. जिसके चलते पार्टी से इस्तीफा लेने का फैसला किया है. इसके साथ ही निर्दलीय चुनाव लड़ने का भी ऐलान किया है.
मंडल अध्यक्ष मोहन नाहटा ने कहा है कि अल्प संख्यक मोर्चा के सदस्यों ने सामूहिक इस्तीफा सौंपा है, जिसको स्वीकार नहीं किया गया है. पार्टी ने सोच विचारकर ही टिकट वितरण किया है. इसी तरह धमतरी शहर के टिकरापारा वार्ड में भी टिकट वितरण से नाराज 85 भाजपा कार्यकर्ताओं ने प्रदेश अध्यक्ष के नाम से अपना सामूहिक इस्तीफा पत्र सौंप दिया है.
साल्हेवार पारा वार्ड में भी भाजपाइयों की नाराजगी देखने को मिली है. यहां के भाजपाइयों की माने तो वार्ड में 4 से 5 ऐसे दावेदार हैं जो चुनाव लड़कर जीत हासिल कर सकते हैं. लेकिन उनके नामों को दरकिनार कर कमजोर प्रत्याशी को चुनावी टिकट दिया गया है. इसलिए यहां के कई भाजपा कार्यकर्ताओं ने जिलाध्यक्ष को अपना त्यागपत्र सौंप दिया है. इधर कार्यकर्ताओं की नाराजगी से भाजपा की मुश्किलें बढ़ने लगी है.