नई दिल्ली। भगोड़े इस्लामिक धर्मगुरु जाकिर नाईक ने एक बार फिर जहर घोलने वाला बयान दिया है. नाईक ने पाकिस्तान में मंदिर तोड़े जाने की घटना का समर्थन किया है. कहा कि इस्लामिक देश में मंदिर नहीं होने चाहिए. अगर इस्लामिक देश में कोई मंदिर है, तो उसे भी तोड़ देना चाहिए

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, ताजा वीडियो में जाकिर ने कहा कि इस्लाम में छवि बनाना मना है. फिर चाहे वो पेंटिंग हो या ड्राइंग. चाहे किसी जीवित पशु-पक्षी की मूर्ति हो या फिर इंसानों की. जाकिर नाईक ने अपनी बात को साबित करने के लिए पैगंबर मोहम्मद से जुड़े एक किस्से का उदाहरण दिया. कुरान की एक आयत सुनाते हुए जाकिर ने कहा कि मूर्ति कहीं भी नहीं बनाई जानी चाहिए और अगर ऐसा कुछ है, तो इसे तोड़ दिया जाना चाहिए.

पाकिस्तान में कट्टरपंथियों ने तोड़ा मंदिर

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में कट्टरपंथियों की बेकाबू भीड़ ने हिंदुओं के एक मंदिर को तोड़ दिया. इसके बाद उसमें आग लगा दी. शर्मनाक घटना की दुनिया के कई मानवाधिकार कार्यकर्ताओं ने निंदा की. वहीं स्थानीय लोगों के विरोध के बाद सूबे के एक मंत्री ने घटना की निंदा की और पुलिस ने इस मामले में करीब 45 लोगों को गिरफ्तार किया है.

बता दें कि भारत में धनशोधन मामले में आरोपी जाकिर नाईक देश से भागकर मलेशिया में छिपा है. वह 2016 से ही मलेशिया में है. वहां रहकर भी जाकिर विवादित बयान देता रहता है.