FY 2024 25 Direct Tax Collections: केंद्र सरकार ने 1 अप्रैल से 10 अक्टूबर तक 11.25 लाख करोड़ रुपये का शुद्ध प्रत्यक्ष कर एकत्र किया है. इसमें से कॉर्पोरेट टैक्स 4.94 लाख करोड़ रुपये और व्यक्तिगत आयकर 5.98 लाख करोड़ रुपये है.

आयकर विभाग ने एक साल पहले इसी समय (10 अक्टूबर 2023 तक) 9.51 लाख करोड़ रुपये का प्रत्यक्ष कर एकत्र किया था. इसमें सालाना आधार पर 18.35% की वृद्धि हुई है.

2.31 लाख करोड़ रुपये का रिफंड भी जारी किया गया

आयकर विभाग ने इस अवधि में 2.31 लाख करोड़ रुपये का रिफंड भी जारी किया है. यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 46% अधिक है.

पिछले साल 10 अक्टूबर तक सरकार ने 1.58 लाख करोड़ रुपये का रिफंड जारी किया था. सरकार ने वित्त वर्ष 2024-25 के लिए प्रत्यक्ष कर के जरिए 22.07 लाख करोड़ रुपये जुटाने का लक्ष्य रखा है.

प्रत्यक्ष और अप्रत्यक्ष कर में क्या अंतर है?

जो कर आम आदमी से सीधे वसूला जाता है, उसे प्रत्यक्ष कर कहते हैं. प्रत्यक्ष कर में कॉर्पोरेट और व्यक्तिगत आयकर शामिल हैं. शेयर या अन्य संपत्तियों पर लगने वाले कर को भी प्रत्यक्ष कर कहते हैं.

जो कर आम आदमी से सीधे नहीं वसूला जाता, बल्कि आम आदमी से ही वसूला जाता है, उसे अप्रत्यक्ष कर कहते हैं. इसमें उत्पाद शुल्क, सीमा शुल्क, जीएसटी शामिल हैं. पहले देश में कई तरह के अप्रत्यक्ष कर थे. लेकिन 1 जुलाई 2017 से सभी तरह के अप्रत्यक्ष कर जीएसटी में शामिल कर दिए गए हैं.

हालांकि पेट्रोलियम उत्पादों और शराब पर लगने वाले कर को जीएसटी के दायरे से बाहर रखा गया है. कर संग्रह को किसी भी देश में आर्थिक गतिविधियों को दर्शाने वाला माना जाता है. भारत में इस साल प्रत्यक्ष कर संग्रह अच्छा रहा है.