रोम। G7 देशों ने महत्वकांक्षी भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक गलियारे (IMEC) का समर्थन किया है. तीन दिवसीय G7 शिखर सम्मेलन के समापन पर जारी शिखर सम्मेलन वक्तव्य में IMEC जैसी विशिष्ट परियोजनाओं को समर्थन देने का वचन दिया है. सम्मेलन में G7 देशों के राष्ट्राध्यक्षों के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी भाग लिया था. इसे भी पढ़ें : पूर्व उप मुख्यमंत्री टीएस सिंहदेव की पत्नी का निधन, पूर्व सीएम भूपेश बघेल ने जताया शोक…

जी7 शिखर सम्मेलन में, नेताओं ने अंतर्राष्ट्रीय कानून द्वारा शासित “स्वतंत्र और खुले इंडो-पैसिफिक” के प्रति अपने समर्पण की पुष्टि की. प्रधानमंत्री मोदी ने इतालवी प्रधानमंत्री जियोर्जिया मेलोनी के निमंत्रण पर शिखर सम्मेलन में भाग लिया, जिन्होंने इस कार्यक्रम की मेज़बानी की.

विज्ञप्ति में कहा गया है, “हम ठोस G7 PGII (वैश्विक अवसंरचना और निवेश के लिए भागीदारी) पहलों, प्रमुख परियोजनाओं और गुणवत्तापूर्ण अवसंरचना और निवेश के लिए परिवर्तनकारी आर्थिक गलियारे विकसित करने के लिए पूरक पहलों को बढ़ावा देंगे, जैसे कि लोबिटो कॉरिडोर, लूज़ोन कॉरिडोर, मिडिल कॉरिडोर और भारत-मध्य पूर्व-यूरोप आर्थिक कॉरिडोर के लिए हमारे समन्वय और वित्तपोषण को गहरा करना, साथ ही यूरोपीय संघ के ग्लोबल गेटवे, ग्रेट ग्रीन वॉल पहल और इटली द्वारा शुरू की गई अफ्रीका के लिए मैटेई योजना का निर्माण करना है.”

इसे भी पढ़ें : अबूझमाड़ के जंगल में पुलिस मुठभेड़ में ढेर हुए आठ नक्सली, एक जवान भी हुआ घायल…

एक अभूतपूर्व परियोजना के तौर पर IMEC की योजना सऊदी अरब, भारत, संयुक्त राज्य अमेरिका और यूरोप को जोड़ने वाली सड़कों, रेलवे और शिपिंग मार्गों का एक व्यापक नेटवर्क स्थापित करने की है. इस पहल का उद्देश्य एशिया, मध्य पूर्व और पश्चिमी देशों के बीच एकीकरण को बढ़ावा देना है.

IMEC को सहयोगी देशों द्वारा अपने रणनीतिक प्रभाव को बढ़ाने के प्रयास के रूप में भी देखा जाता है, विशेष रूप से चीन की बेल्ट एंड रोड पहल (BRI) के जवाब में. बीआरआई एक प्रमुख बुनियादी ढांचा परियोजना है, जो दक्षिण पूर्व एशिया, मध्य एशिया, रूस और यूरोप को चीन से जोड़ती है. पिछले साल दिल्ली में भारत द्वारा आयोजित G20 शिखर सम्मेलन के दौरान हुई चर्चाओं के दौरान IMEC ढांचे को अंतिम रूप दिया गया था.

इसे भी पढ़ें : छत्तीसगढ़ में खौफनाक वारदात : पति ने पत्नी की गला रेतकर की हत्या, फिर खुद भी लगा लिया फांसी, जांच में जुटी पुलिस

पोप फ्रांसिस ने रचा इतिहास

पोप फ्रांसिस ने इटली द्वारा आयोजित जी7 शिखर सम्मेलन में भाग लेकर इतिहास रच दिया, जिसमें अमेरिकी राष्ट्रपति जो बिडेन, कनाडा के प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो, ब्रिटिश प्रधानमंत्री ऋषि सुनक, फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों, जर्मन चांसलर ओलाफ स्कोल्ज़, जापानी प्रधानमंत्री फुमियो किशिदा, यूरोपीय परिषद के अध्यक्ष चार्ल्स मिशेल और यूरोपीय आयोग की अध्यक्ष उर्सुला वॉन डेर लेयेन जैसे नेता शामिल हुए.